मध्यप्रदेश सनातन धर्म सेवा समिति के संरक्षक डॉ.गिरीशानंदजी महाराज ने कहा है कि अंडा मांसाहार है। सनातन धर्म में कई लोग ऐसे हैं, जिनके परिवार में अंडे को छूते तक नहीं हैं, ऐसे में उनके बच्चों को खाने के लिए अंडे देना कहां तक उचित है?
समिति ने शंकराचार्य मठ, इंदौर के प्रभारी ब्रह्मचारी डॉ. गिरीशानंदजी महाराज की बात का समर्थन किया है, जिसमें उन्होंने कहा है कि अंडा खाकर बच्चे क्या सीखेंगे? आज अंडा खाएंगे, कल गोश्त खाने लगेंगे और फिर शराब की ओर रुख करेंगे। कई परिवारों में अंडे नहीं खाए जाते, ऐसे में उनके बच्चों को अंडे खिलाकर उनका धर्म और खान-पान भ्रष्ट करना सरकार को शोभा नहीं देता है। मध्यप्रदेश सनातन धर्म सेवा समिति के प्रदेश अध्यक्ष पंं. शैलेंद्र जोशी, कार्यकारी अध्यक्ष मनोज चौधरी के साथ ही पं. राजेश शर्मा, जीतू बिजोरिया, मंगल पटेल, श्रीराम पटेल, हेमंत मस्करा, अमन शर्मा ने कहा कि जो लोग अंडा, मांस-मछली आदि मांसाहार नहीं खाते हैं, उन्हें सरकार के फैसले से बहुत पीड़ा हो रही है।
इस मौके पर दोनों समितियों से जुड़े अनेक सदस्य एवं आम नागरिकों ने हिस्सा लिया।