इंदौर। जिले में आगामी 4 महिनों में सघन इंद्रधनुष 2.0 अभियान चलाया जायेगा। यह अभियान दिनांक 2 दिसम्बर से 12 दिसम्बर, 6 जनवरी से 16 जनवरी, 3 फरवरी से 13 फरवरी एवं 2 मार्च से 12 मार्च,2020 तक में जिले में आयोजित किया जायेगा। मध्यप्रदेश में लगभग एक लाख 5 हजार बच्चे एवं 30 हजार गर्भवती मताओं को, 24 हजार 468 सत्रों में टीके लगाये जायेंगे। यह अभियान 43 जिलों के 260 विकासखंडों में आयोजित किया जा रहा है।
अभियान का लक्ष्य है कि बच्चों का 90 प्रतिशत तक पूर्ण टीकाकरण किया जाये। इसके तहत "जो न पहुंचे हम तक, हम पहुंचे उन तक" की रणनीति अपनाई गई है। इसके लिए ईट भट्टों, निर्माणाधीन भवनों, मलिन बस्तियों, मजरे-टोले, बंजारा बस्ती, पहाड, सघनवन एवं पहुंचविहिन क्षेत्रों तक सेवाएं अभियान के दौरान देकर लक्ष्य को प्राप्त किया जाएगा।
इस बार अभियान में पहले स्थानों को चयनित किया गया, तत्पश्चात वहां लक्षित गर्भवती माताओं तथा लक्षित बच्चों का हेडकाउंट सर्वे किया गया।
इंदौर जिलें में शहरी क्षेत्रों में लगभग 2992 बच्चे तथा ग्रामीण क्षेत्र में 1204 बच्चे, इस तरह कुल 4196 बच्चे चिन्हित किए गए। इसी प्रकार शहरी क्षेत्रों में लगभग 1051 गर्भवती माताएं तथा ग्रामीण क्षेत्र में 331 माताएं, इस तरह कुल 1382 गर्भवती माताएं चिन्हित की गई है। इंदौर में शहरी क्षेत्र में लगभग 594 तथा ग्रामीण क्षेत्र में 252 सत्रों का आयोजन किया जायेगा, इस तरह इंदौर जिले में अभियान के दौरान लगभग 846 सत्रों का आयोजन किया जायेगा। अभियान की सफलता के लिये अंतर विभागीय समन्वय पर विशेष जो दिया जायेगा। अभियान की गुणवत्ता के बनाए रखने के लिये विभिन्न स्वयं सेवी संस्थाओं की सहायता भी ली जायेगी।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा "प्रगति'' सॉफ्टवेयर के माध्यम से टीकाकरण कार्यक्रम की समीक्षा जाती है। जिसका उद्देश्य बच्चों का शत-प्रतिशत टीकाकरण है। यह अभियान इसी दिशा में एक और कदम है।