कुत्ता पालने से शांत होते हैं क्रूर ग्रह

 


प्राचीन काल से ही घर में जानवर पालने का सिलसिला चला आ रहा है। ज्योतिष और वास्तुशास्त्र में भी पशु पक्षियों को घर में पाल कर अनिष्ट तत्वों पर काबू पाने की सलाह दी जाती है। भैरव जी और शनि देव के प्रिय कुत्ते में अद्भुत शक्तियां होती हैं। इस ब्रह्मांड में व्याप्त नकारात्मक शक्तियों को निष्क्रिय बनाने की ताकत कुत्ते में समाहित है।


शकुन शास्त्र में कुत्ते को शकुन रत्न माना जाता है क्योंकि कुत्ता इंसान से भी अधिक वफादार, भविष्य वक्ता और अपनी हरकतों से शुभ-अशुभ का भी ज्ञात करवाता है। काला कुत्ता सबसे ज्यादा उपयोगी और शुभ सिद्ध होता है।


घर में काला कुत्ता पालने से शनि अनुकुल होता है। काला कुत्ता शनिदेव का वाहन है। जो लोग कुत्तों को प्रेम करते हैं, उन्हें खाना खिलाते हैं उनसे शनि बहुत खुश होते हैं। जिस जातक पर शनि देव की कृपा हो जाती है उसके जीवन पर मंडरा रहे समस्त संकटों का नाश हो जाता है। साढ़ेसाती, ढैय्या या कुंडली में समाहित किसी भी दोष का निवारण घर में काला कुत्ता पालने से निश्चित ही हल हो जाता है।


- प्रतिदिन सुबह और सांझ काले कुत्ते को रोटी खिलाने से रूका हुआ धन शीघ्र वापिस मिल जाता है।


- घर में काला कुत्ता पालने से वह घर पर मंडराने वाले संकटों को अपने ऊपर ले लेता है।


- काला कुत्ता घर में हो तो धन का अभाव नहीं रहता।


- जिस घर में काला कुत्ता हो उस घर में ऊपरी शक्तियों का प्रभाव निष्फल हो जाता है।


- पेट की बीमारियां, जोडों के दर्द और अन्य बीमारियों से छुटकारा मिलता है।


- घर में काला कुत्ता पालने से केतु का प्रभाव शांत होता है।