इंदौर। प्रदेश के उर्जा मंत्री श्री प्रियव्रतसिंह ने कहा है कि परम्परागत और सोशल मीडिया दोनों मिलकर पत्रकारिता को नये आयाम दें। परम्परागत और सोशल मीडिया अलग-अलग नहीं हो सकते हैं,बल्कि एक-दूसरे के पूरक और सहयोगी होकर कार्य कर सकते हैं। परम्परागत मीडिया को सोशल मीडिया से सहयोग मिलेगा। आधुनिक युग में सोशल मीडिया का तेजी से महत्व बढ़ा है।
श्री प्रियव्रत सिंह आज यहाँ स्टेट प्रेस क्लब द्वारा आयोजित तीन दिवसीय भाषाई पत्रकारिता महोत्सव के तहत सोशल मीडिया बनाम परम्परागत मीडिया विशेष पर आयोजित सत्र को सम्बोधित कर रहे थे। इस अवसर पर प्रसिद्ध भजन गायक श्री अनूप जलोटा, वरिष्ठ पत्रकारगण श्री अशोक वानखेड़े, श्री विकास मिश्रा, श्री नारायण बाघले, सुश्री पलक शर्मा, श्री संजय सिंह, श्री बालकृष्णन के अलावा श्री रघु परमार तथा श्री सुवेग राठी विशेष रूप से मौजूद थे।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये श्री प्रियव्रत सिंह ने कहा कि आधुनिक युग में हर क्षेत्र में तेजी से बदलाव आ रहा है। पत्रकारिता जगत में भी यह बदलाव दिखायी दे रहा है। बदलाव के दौर में आज सोशल मीडिया का महत्व बढ़ रहा है। सोशल मीडिया से सूचनाओं और समाचारों का तेजी से प्रसार हो रहा है। सोशल मीडिया ने प्रमाणिकता की जरूरी कमी है। सोशल मीडिया को अपनी प्रमाणिकता अभी सिद्ध करना बाकी है।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये प्रख्यात भजन गायक श्री अनूप जलोटा ने कहा कि सोशल मीडिया के आने से पत्रकारिता हर हाथ में आ गयी है। हर कोई सोशल मीडिया के माध्यम से चीफ एडिटर है। नागरिकों द्वारा पोस्ट की गयी किसी भी वस्तु का संपादन वह स्वयं ही करता है। समाचार और सूचनाएँ पल प्रति पल मिल रही हैं। गलत और भ्रमक सूचनाओं और जानकारी पर कैसे अंकुश लगे, यह हम सबको मिलकर सोचने की जरूरत है।
वरिष्ठ पत्रकार श्री अशोक वानखेड़े ने सम्बोधित किया है कि समाज में जो हो रहा है, घटित हो रहा है वही सोशल मीडिया में दिखाई दे रहा है। सोशल मीडिया में सेंसर नहीं होता है। समाज सोशल मीडिया की वही वस्तु स्वीकार कर रहा है, जो उसके लिये उपयोगी है। सोशल मीडिया इलेक्ट्रॉनिक और पिं्रट मीडिया दोनों को अपग्रेड कर रहा है। आज के समय में इलेक्ट्रॉनिक और पिं्रट दोनों मीडिया का महत्व बरकरार है।
कार्यक्रम में अन्य अतिथियों ने भी सम्बोधित किया। प्रारंभ में स्टेट प्रेस क्लब के अध्यक्ष श्री प्रवीण खारीवाल ने स्वागत भाषण देते हुये आयोजन उद्देश्य की जानकारी दी। अतिथियों को स्वागत श्री सुदेश तिवारी ने किया। कार्यक्रम का संचालन श्री सुशील पगारे ने किया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक और अन्य बुद्धिजीवी उपस्थित थे।