विदिशा। विदिशा जिले के गंजबासौदा में दुर्घटना के बाद शुरू हुआ बचाव अभियान बीती देर रात खत्म हो गया है। 11 लोगों के शव कुएं से निकाले गए। जबकि 19 लोगों को बचा लिया गया, जिनका इलाज अस्पताल में चल रहा है। हालांकि इन सबके बीच एक हैरान करने वाली बात सामने आई है, जिसमें पिता का दर्द, जिसका बेटा उस कुएं में गिर गया था, सामने आ गया।
सीएम हेल्पलाइन में किया कॉल
दरअसल, बेटे रवि को खोने वाले पिता ओंकार अहिरवार का दर्द तब सामने आया जब उनका बच्चा 15 घंटे तक कुएं में डूबा रहा, उसके बाद भी उसका कोई पता नहीं चला। ऐसे में जब पिता ने पुलिसकर्मियों को रेस्क्यू छोड़कर नाश्ता करते हुए फोटो लेते देखा तो वह अपना आपा खो बैठे और सीएम हेल्पलाइन पर फोन कर इस तरह अपना दर्द बयां किया।
नाश्ता भेजो ताकि त्वरित बचाव हो सके
पुलिस की इस कार्रवाई को देखकर रवि के पिता निराश और हताश हो गए। जिसके बाद उन्होंने सीएम हेल्पलाइन पर फोन किया और कहा- साहब बहुत भूखे हैं, उन्हें दो बोरी समोसा-कचौरी भेज दीजिए।
आराम से काम करते रहो
मजबूर पिता ने कहा कि मैं एक गरीब व्यक्ति हूं, इसलिए ये लोग इतनी आसानी से बचाव कार्य कर रहे हैं और इसमें इतना समय लग रहा है। तो अब सवाल यह उठता है कि इतने बड़े हादसे के बाद भी इतनी संवेदनहीनता कैसे थी? इतनी देर बाद मौके पर सहायता क्यों पहुंची? इस मामले को लेकर जवाबदेह जवाब से बचा जा रहा है।
इस वजह से हुआ हादसा
गुरुवार की शाम रवि नाम का एक बच्चा घर के पास बने कुएं में पानी भरने गया था। रवि के पिता ने बताया कि उसकी मां की तबीयत खराब है इसलिए वह पानी लेने कुएं पर गया था। पिता कुएं के पास पहुंचे तो रवि ने उन्हें एक बाल्टी दी और घर भेज दिया। रवि के पिता घर पहुंच चुके थे कि लोग चिल्लाने लगे कि रवि कुएं में गिर गया है। मौके पर रवि के पिता समेत कई लोग पहुंच गए थे। काफी देर तक कोशिश करने के बाद भी रवि को बाहर नहीं निकाला जा सका। इस दौरान मौके पर बड़ी संख्या में ग्रामीण जमा हो गए। भारी भीड़ जमा होने के कारण कुएं का कुआं ढह गया। जिससे करीब 30 लोग कुएं में गिर गए। देर रात से ही मौके पर बचाव व राहत कार्य शुरू कर दिया गया था।
आप विश्वगुरु का ताजा अंक नहीं पढ़ पाए हैं तो यहां क्लिक करें
विश्वगुरु टेलीग्राम पर भी उपलब्ध है। यहां क्लिक करके आप सब्सक्राइब कर सकते हैं।