तीसरी लहर कहर बरपाने ​​को तैयार, फिर भी 13 राज्यों ने खोले स्कूल, कितना सही है फैसला?
नई दिल्ली
 देश कोरोना वायरस की तीसरी लहर के मुहाने पर खड़ा है जानकारों के मुताबिक इस महीने यानि अगस्त में कोरोना की तीसरी लहर का कहर देखने को मिलेगा और यह अक्टूबर में अपने चरम पर जा सकता है हालांकि इस बीच 10 राज्यों ने स्कूल खोल दिए हैं। इनमें से तीन राज्यों ने सोमवार से ऑफलाइन कक्षाएं शुरू कर दी हैं। उधर, महाराष्ट्र में स्कूल फिर से खुलने के बाद से अब तक 613 बच्चे संक्रमित पाए गए हैं।

महाराष्ट्र: सोलापुर में 613 स्कूली बच्चे संक्रमित
दूसरी लहर के बाद, महाराष्ट्र ने सबसे पहले 15 जुलाई से आठवीं से बारहवीं कक्षा के लिए उन क्षेत्रों में स्कूल खोले, जहां संक्रमण का कोई नया मामला नहीं आ रहा था। इसके बावजूद सोलापुर जिले में अब तक 613 बच्चे संक्रमित पाए गए हैं। इसके बाद भी राज्य में स्कूल बंद होने की कोई सूचना नहीं है।

हरियाणा : सभी स्कूल खुले, अब तक 6 पॉजिटिव
फतेहाबाद के दो सरकारी स्कूलों के छह बच्चों के संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि इन बच्चों को आइसोलेशन में रखा गया है। प्रदेश में 16 जुलाई से नौवीं से 12वीं तक की कक्षाएं और 23 जुलाई से छठी से आठवीं तक की कक्षाएं खोली गई हैं।

7 राज्यों में खुले स्कूल
मध्य प्रदेश: यहां 12वीं कक्षा के लिए स्कूल खुल गए। हालांकि, निजी स्कूल 5 अगस्त तक केवल ऑफलाइन कक्षाएं ही चलाएंगे।
गुजरात: नौवीं से 12वीं कक्षा की कक्षाएं 25 जुलाई से आधी क्षमता के साथ चल रही हैं। 15 जुलाई को कॉलेज खोले गए।
ओडिशा: कंटेनमेंट जोन के बाहर के स्कूल 25 जुलाई से 10वीं और 12वीं कक्षा के लिए खोल दिए गए।
पंजाब: कक्षा 10, 11 और 12 के लिए 25 जुलाई से स्कूल खुलेंगे। सोमवार से प्री प्राइमरी से नौवीं तक के लिए स्कूल शुरू हो गए हैं।
बिहार: 12 जुलाई से यहां 11वीं और 12वीं की कक्षाओं से कॉलेज और विश्वविद्यालय भी खोल दिए गए हैं।
छत्तीसगढ़: 10वीं और 12वीं कक्षा की कक्षाएं 2 अगस्त से शुरू हो गई हैं।
राजस्थान: 2 अगस्त से स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालय खुल गए।

3 राज्यों में जल्द खुलेंगे स्कूल
आंध्र प्रदेश: यहां प्राथमिक से 12वीं तक के स्कूल 16 अगस्त से आधी क्षमता के साथ फिर से शुरू हो जाएंगे।
गोवा: मुख्यमंत्री ने कहा है कि 10वीं-12वीं की कक्षाएं 15 अगस्त से शुरू हो सकती हैं।
जम्मू-कश्मीर: 31 जुलाई के बाद इस केंद्र शासित प्रदेश में बड़ी कक्षाओं के शैक्षणिक और कौशल प्रशिक्षण संस्थान खोले जाएंगे।

सतर्कता: बच्चे चपेट में आए तो पुडुचेरी ने टाला फैसला
यहां 16 जुलाई से नौवीं से बारहवीं कक्षा के लिए स्कूल खोले जाने थे, लेकिन केंद्र शासित प्रदेश में 16 बच्चों के संक्रमित होने के बाद सरकार ने फैसला टाल दिया।

पहले प्राथमिक स्कूल खोलना बेहतर : ICMR
देश के चौथे सीरो सर्वेक्षण से पता चला है कि बड़ी संख्या में बच्चों में एंटीबॉडी का उत्पादन किया गया है। इसी के आधार पर 20 जुलाई को आईसीएमआर के महानिदेशक प्रो. बलराम भार्गव ने स्कूलों को खोलने के राज्यों के फैसलों का समर्थन किया. उन्होंने कहा कि बड़ी कक्षाओं के बजाय प्राथमिक कक्षाओं के लिए स्कूल खोलना बेहतर होगा, क्योंकि बच्चों का शरीर वयस्कों की तुलना में संक्रमण से बेहतर तरीके से लड़ सकता है। हालांकि, बड़ी कक्षाएं ज्यादातर राज्यों ने पहले खोली थीं।

आप विश्वगुरु का ताजा अंक नहीं पढ़ पाए हैं तो 
यहां क्लिक करें

विश्वगुरु टेलीग्राम पर भी उपलब्ध है। यहां क्लिक करके आप सब्सक्राइब कर सकते हैं।