जनता की आवाज उठाना विधायक का काम है, मेरे खिलाफ हुई एफआईआर की जांच हो: जीतू पटवारी
इंदौर।
शिवराज सिंह चौहान सरकार कांग्रेस के नेताओं से बदले की कार्रवाई कर रही है। गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा तो बदलापुर का राजा बन गए हैं। प्रदेश में 6000 से ज्यादा कांग्रेसी नेताओं और कार्यकर्ताओं पर जनता की आवाज उठाने के लिए बेवजह मुकदमे दर्ज कर लिए गए हैं। इंदौर में जनता की आवाज उठाने पर मेरे खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है। जबकि सच्चाई यह है कि कथित पीड़ित कर्मचारी, नगर निगम कमिश्नर और पुलिस अधीक्षक सभी पहले कह चुके थे कि इस मामले में एफ आई आर दर्ज करने का मामला नहीं बनता। कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष और पूर्व मंत्री श्री जीतू पटवारी न भोपाल में आयोजित पत्रकार वार्ता में यह बात कही।
श्री पटवारी ने कहा कि शिवराज सिंह चौहान सरकार हर हाल में जनता की आवाज का दमन करना चाहती है। कांग्रेस के नेता जनता की पीड़ा और समस्या को उजागर करते हैं, इसलिए उनके ऊपर झूठे मुकदमें डाले जा रहे हैं।
श्री पटवारी ने कहा कि मध्य प्रदेश कांग्रेस के माननीय प्रदेश अध्यक्ष श्री कमलनाथ जी ने जब कोरोनावायरस से हुई मौतों का सच दुनिया के सामने लाया तो उनके खिलाफ पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कर दी गई। पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद श्री दिग्विजय सिंह जी ने जब महंगाई के खिलाफ धरना दिया तो उनके खिलाफ भी एफ आई आर दर्ज कर ली गई।
कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष माननीय श्री राहुल गांधी ने जब आरएसएस और बीजेपी की सच्चाई दुनिया के सामने उजागर कर दी तो मध्य प्रदेश के विधायक रामेश्वर शर्मा रिपोर्ट कराने के लिए प्रदर्शन करने लगे। लेकिन इससे कांग्रेस डरने वाली नहीं है। नरोत्तम मिश्रा के सत्ता के दुरुपयोग का हाल यह है की दतिया में कांग्रेस के पूर्व विधायक राजेंद्र भारती के खिलाफ एक ऐसे मामले में एफ आई आर दर्ज कर ली गई, जिससे उनका कुछ लेना-देना ही नहीं है।
श्री पटवारी ने कहा कि कांग्रेस विधायक सर्वश्री श्री पी सी शर्मा, आरिफ मसूद, ओमकार मरकाम, बाबू जंडेल, सज्जन सिंह वर्मा, शशांक भार्गव, सतीश सिकरवार, ग्यारसी लाल रावत, घनश्याम सिंह, कमलेश्वर पटेल, बैजनाथ कुशवाहा और अजब सिंह कुशवाहा पर अब तक मध्य प्रदेश सरकार राजनीतिक बदले की कार्यवाई करते हुए मुकदमे दर्ज करा चुकी है।
श्री पटवारी ने कहा कि इसी तर्ज पर अब मेरे खिलाफ भी इंदौर में मुकदमा दर्ज कराया गया है। जनता की आवाज उठाने के लिए और आम आदमी को न्याय दिलाने के लिए एक जनप्रतिनिधि, एक विधायक को जो कार्य करना चाहिए मैंने वही कार्य किया। कथित घटना के बाद कथित पीड़ित कर्मचारी ने भी कहा कि उसे कोई शिकायत नहीं है। 
उन्होंने कहा कि नगर निगम कमिश्नर ने कहा है कि इस मामले में कोई मामला नहीं बनता है। पुलिस अधीक्षक ने भी कहा की एफ आई आर की कोई जरूरत नहीं है। मैं जो बात कर रहा हूं वह सब रिकार्ड पर उपलब्ध है और इन लोगों ने बाकायदा वीडियो रिकॉर्डिंग में दिए बयानों में यह सारी बात कही है।
घटना के 3 दिन बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इंदौर जाते हैं और उसके बाद अचानक एफआईआर की जाती है। मैं मांग करता हूं कि कथित पीड़ित कर्मचारी के मोबाइल फोन के कॉल डिटेल्स की जांच की जाए और यह पता लगाया जाए कि किन-किन लोगों ने उसके ऊपर एफआईआर दर्ज कराने के लिए दबाव बनाया।
मैं कांग्रेस का सिपाही हूं और किसी से डरने वाला नहीं हूं। नरोत्तम मिश्रा को जो लगता है, करके देख लें। अगर मुझे गिरफ्तार करना जरूरी है तो पुलिस जहां कहे मैं वहां आकर गिरफ्तारी देने को तैयार हूं।
श्री पटवारी ने कहा कि कांग्रेसी कार्यकर्ताओं और नेताओं पर अब तक 6000 से ज्यादा मुकदमे शिवराज सिंह चौहान सरकार लगा चुकी है। सिर्फ यूथ कांग्रेस के लड़कों पर ही ढाई हजार से ज्यादा मुकदमे दर्ज किए गए हैं। शिवराज सिंह चौहान सरकार और उनके गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा हर ताकत से जनता की आवाज को दबाना चाहते हैं। कांग्रेस कार्यकर्ताओं में रिपोर्ट लिखा कर भय उत्पन्न करना चाहते हैं। लेकिन वह एक बात समझ लें कि कांग्रेस पार्टी ने वर्षों तक जेल जाकर और गिरफ्तारियां देकर ही अंग्रेजों की गुलामी से भारत को आजाद कराया था। हम लोग पुलिस से डरने वाले नहीं है और ना ही झूठे मुकदमों से डरने वाले हैं। सरकार को जितना अत्याचार करना हो करके देख ले, कांग्रेस के लोग विधानसभा में, सड़क पर और जरूरत पड़ी तो जेल जाकर भी जनता की लड़ाई लड़ते रहेंगे।

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