शहर के होटल, ढाबे बुरी तरह प्रभावित होंगे
जारी आदेश में खाद्य विभाग ने होटल व ढाबा संचालकों से साफ कहा कि अब चारकोल तंदूर का उपयोग नहीं करना है। इसकी जगह इलेक्ट्रिक ओवन या एलपीजी गैस सिलेंडर का इस्तेमाल करने के निर्देश दिए गए हैं। आपको बता दें कि मध्य प्रदेश के बड़े शहरों इंदौर, भोपाल और ग्वालियर में तंदूरी रोटी का जबरदस्त चलन है। राज्य में लोग तंदूरी रोटी खाने के बहुत शौकीन होते हैं। लेकिन राज्य सरकार के इन दिशा-निर्देशों को मानने से तंदूरी रोटी के दीवाने डर गए। साथ ही इस आदेश ने ढाबों और होटलों के मालिकों की भी नींद उड़ा दी है। ढाबा मालिकों को डर है कि सरकार के इन आदेशों के बाद ढाबा के होटल कारोबार पर भारी असर पड़ेगा।
मप्र के प्रमुख शहरों का एक्यूआई
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड सीपीसी की रिपोर्ट के अनुसार ग्वालियर का एयूआई 329 जबकि भोपाल वायु गुणवत्ता सूचकांक 299, कटनी 263, पीतमपुर 260, मंडीदीप 260, जबलपुर 214, सिंगरौली 253 और उज्जैन का वायु गुणवत्ता सूचकांक 181 पहुंच गया है।
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