अयोध्या श्री राम मंदिर में ऐसी है दर्शन व्यवस्था
विश्वगुरु, इंदौर।
मौसम और पर्व के लिहाज से अयोध्या जाने का सबसे अच्छा समय मार्च, अप्रैल, मई, अक्टूबर, नवंबर और दिसंबर माह है। रामलला (बालक राम) के वीआईपी दर्शन मंगला व श्रृंगार आरती के लिए श्रीराम जन्‍मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्‍ट ने अभी किसी व्‍यवस्‍था की घोषणा नहीं की है। रामभक्‍त श्रृंगार, भोग और संध्या आरती में शामिल हो सकते हैं। रामलला के मंदिर में निजी सामान (फोन, वॉलेट, चार्जर, पेन, नोटबुक) नहीं ले जा सकते हैं। परिसर में लॉकर की निशुल्क व्यवस्था की गई है। राम मंदिर में दर्शन के दौरान कम से कम पांच चौकियां हैं, जहां आपको सुरक्षा जांच से गुजरना पड़ सकता है। रामलला के मंदिर में बुजुर्गों और दिव्यांग भक्तजनों के लिए व्हील चेयर और लिफ्ट की व्यवस्था नि:शुल्क उपलब्ध है। 

पुरी अयोध्या में चलेगी ई- बसें
अयोध्या पहुंचने वाले श्रद्धालूओं के लिए यूपी सरकार तमाम सुविधाएं जुटाने के तमाम प्रयास कर रही है। वहीं अयोध्या में पूरे शहर के लिए ई-बसें शुरू की जा रही हैं। इसके अलावा गोल्फ कोर्ट भी उपलब्ध रहेगी, जिसका किराया प्रति व्यक्ति 50 रुपए रहेगा। राम मंदिर के ठीक बाहर अमावा पटना के महावीर मंदिर ट्रस्ट की राम रसोई है। राम रसोई में रामलला के दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं को आधार कार्ड दिखाने से निशुल्क भोजन मिलता है। अगर किसी को चिकित्सा सहायता की जरूरत पड़ती है तो राम मंदिर का चिकित्सा शिविर है। इसके अलावा नजदीक ही श्रीराम अस्पताल भी है।

युपी सरकार ने जारी किए हेल्पलाइन नंबर
अयोध्या दर्शन करने आने के दौरान किसी भी प्रकार की परेशानी ना हो इसके लिए युपी सरकार ने हेल्पलाइन नंबर जारी किए है। सहायता के लिए रामजन्म भूमि थाना एसएचओ से 9454403310 पर और रामजन्म भूमि हेल्प डेस्क - 05278 292000 पर संपर्क कर सकते हैं।

हवाई मार्ग से ऐसे पहुंच सकते है श्रद्धालु
अयोध्या का हवाई अड्डा महर्षि वाल्‍मीकि इंटरनेशनल एयरपोर्ट अयोध्या धाम, मंदिर से 10 किलोमीटर की दूरी पर है। इसके अलावा अयोध्या से नजदीकी हवाई अड्डों के नाम एवं दूरी इस प्रकार हैं: गोरखपुर एयरपोर्ट (अयोध्या से 118 किलोमीटर) लखनऊ एयरपोर्ट (अयोध्या से 125 किलोमीटर) प्रयागराज एयरपोर्ट (अयोध्या से 172 किलोमीटर) वाराणसी एयरपोर्ट (अयोध्या से 224 किलोमीटर)

राम मंदिर में ऐसे होते है दर्शन
अयोध्या श्री रामलला मंदिर में मंगला आरती - सुबह 4.30 बजे श्रृंगार आरती - सुबह 6.30 से 7 बजे भोग आरती - 11.30 बजे मध्याह्न आरती - दोपहर 2 बजे संध्या आरती - शाम 6.30 बजे (समय में परिवर्तन संभव) है। इस समय यहां पर अत्य़धिक भीड़ होती है लेकिन भक्त बड़ी ही सुगमता से श्री रामलला के दर्शन करते है। परिसर के मुख्य प्रवेश द्वार से राम मंदिर की दूरी लगभग 200 मीटर है। यहां से मंदिर तक पहुंचने के लिए वृद्धजनों और दिव्यांगों के लिए व्हीलचेयर की सुविधा उपलब्ध है। आपको सिंह द्वार होते हुए 32 सीढ़ियां चढ़कर राम मंदिर में प्रवेश मिलेगा। इसके बाद आप पांच मंडप पार करके गर्भगृह तक पहुंचेंगे, जहां 30 फीट की दूरी से आप रामलला के दर्शन कर सकेंगे।
राम लाल के मंदिर में पूर्वी दिशा से एंट्री है तो वहीं दक्षिण दिशा से एग्जिट है। मुख्य मंदिर के लिए 32 सीढ़ियां चढ़नी होंगी। मुख्य गर्भगृह में प्रभु श्रीराम का बाल रूप साथ ही प्रथम तल पर श्रीराम दरबार बना हुआ है। दक्षिण पश्चिमी भाग में नवरत्न कुबेर टीला पर भगवान शिव के प्राचीन मंदिर का जीर्णोद्धार कर दिया गया है। उस जगह पर जटायु की प्रतिमा स्थित है। इसके साथ ही की अन्य मंदिरों का निर्माण यहां पर चल रहा है। वहीं अयोध्या जाने के लिए दिन-प्रतिदन भक्तों की संख्या बढ़ती जा रही है।

आप विश्वगुरु का ताजा अंक नहीं पढ़ पाए हैं तो यहां क्लिक करें


विश्वगुरु टेलीग्राम पर भी उपलब्ध है। यहां क्लिक करके आप सब्सक्राइब कर सकते हैं