धर्म के मार्ग पर चलकर समाज सेवा के कार्य में आगे आना चाहिए - कान्हा जी महाराज
श्रीमद् भागवत कथा में छठे दिन श्री कृष्ण और रुक्मणि का विवाह बड़े ही धूमधाम से मनाया गया
इन्दौर। श्रीमद भागवत कथा के छठे दिन कथा वाचन में सनातन धर्म परिषद न्यास के राष्ट्रीय धर्माचार्य श्री कान्हा जी महाराज ने कहा कि मनुष्य का सबसे बड़ा शत्रु अहंकार है, जब मनुष्य के मन में अहंकार का भाव पैदा होता है तब वह अपना समस्त जीवन का सर्वनाश कर देता है। कान्हा जी महाराज ने कहा कि रावण, कंस एवं कई ऐसे असुर थे जिन्होंने अंहकार के मद में अपना विनाश करवाया। उन्होंने कहा कि हमेशा धर्म के मार्ग पर चलकर समाज सेवा में लोगों को आगे आना चाहिए। 
नेमावर रोड स्थित ग्राम माली खेड़ी के रेणुका माता मंदिर में चल रही श्रीमद् भागवत कथा के छठे दिन कथा व्यास कान्हा जी महाराज ने श्रीकृष्ण और रुकमणी के विवाह की अमृत वर्षा का श्रद्धालुओं को रसपान कराया। श्रीमद् भागवत कथा के दौरान सुंदर झांकी प्रस्तुत की गई। कथा व्यास कान्हा जी महाराज द्वारा श्रीमद् भागवत कथा के छठे दिन कथा में भगवान श्रीकृष्ण की दिव्य महारास लीला का वर्णन किया। कान्हा जी महाराज ने कहा कि भगवान की महारास लीला इतनी दिव्य है कि स्वयं भोलेनाथ उनके बाल रूप के दर्शन करने के लिए गोकुल पहुंच गए। मथुरा गमन प्रसंग में अक्रूर जी भगवान को लेने आए। जब भगवान श्रीकृष्ण मथुरा जाने लगे समस्त ब्रज की गोपियां भगवान कृष्ण के रथ के आगे खड़ी हो गई। कहने लगी हे कन्हैया जब आपको हमें छोड़कर ही जाना था तो हम से प्रेम क्यों किया। गोपी उद्धव संवाद, श्री कृष्ण एवं रुकमणी विवाह उत्सव पर मनोहर झांकी प्रस्तुत की गई। भगवान श्री कृष्ण रुकमणी जी के समस्त श्रद्धालु भक्तजनों ने शादी का आंनद लिया। 
इस अवसर पर श्री आनंद गिरि जी महाराज, श्री भारती राजा जी महाराज, श्री कमल गिरी जी महाराज, श्री दिनेश गिरी जी महाराज, श्री मनीष जी महाराज, श्री रघुनाथ जी महाराज, श्री मनोहर दास जी महाराज सहित सैकड़ों की संख्या में कथा सुनने वाले भक्त मौजूद रहे। रेणुका माता मंदिर माली खेड़ी के श्री संतोष गिरी महाराज ने बताया कि गर्मी के मौसम को देखते हुए कथा पंडाल में विशेष व्यवस्था की गई है जिससे श्रद्धालुओं को दिक्कत का सामना न करना पड़े। रेणुका माता मंदिर के महंत श्री दयानंद गिरी जी महाराज ने बताया कि शुक्रवार को श्रीमद् भागवत कथा का सातवां दिन पूर्ण होने के बाद  हवन पूजन और विशाल भंडारे का आयोजन किया जाएगा।

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