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महाराज जी ने शिव महिमा का वर्णन करते हुए कहा, "जिसे संसार अस्वीकार करता है, उसे महादेव स्वीकार करते हैं। संसार में कोई अनाथ नहीं है, क्योंकि भोलेनाथ सबके नाथ हैं।" उन्होंने यह भी कहा कि जीवन की हर समस्या का समाधान भगवान शिव के चरणों में है। उन्होंने भक्तों को प्रेरित करते हुए कहा, "सभी समस्याओं का हल है महादेव पर चढ़ाया गया एक लोटा जल।"
कथा के चतुर्थ दिवस में सती शिव चरित्र, भगवान शंकर और माता पार्वती के विवाह उत्सव का आयोजन बड़े धूमधाम से किया गया। विवाह उत्सव की भव्यता ने कथा स्थल को पर्व जैसा स्वरूप दे दिया। इस अवसर पर महाराज श्री ने श्रीरामचरितमानस की पंक्तियां उद्धृत करते हुए कहा:
"मातु पिता गुर प्रभु कै बानी। बिनहिं बिचार करिअ सुभ जानी।"
उन्होंने समझाया कि माता-पिता और गुरु का सम्मान करना मानव जीवन का सर्वोच्च कर्तव्य है। जो इनका आदर करते हैं, वे लोक-परलोक में सम्मानित होते हैं, जबकि इनका अनादर करने वाले अपने शुभ कर्मों का फल खो देते हैं।
महाराज जी के भजनों ने कथा में उपस्थित भक्तों को मंत्रमुग्ध कर दिया। भजन "भोलेनाथ से निराला कोई और नहीं" पर श्रद्धालु भावविभोर होकर झूम उठे।
कथा आयोजक राधेश्याम जायसवाल ने सभी श्रद्धालुओं से महादेव की कथा श्रवण के लिए उपस्थित रहने का सादर अनुरोध किया। आयोजन स्थल पर उपस्थित भक्तों ने इस अवसर को शिव कृपा का प्रसाद मानते हुए इसका आनंद लिया।
कथा के चतुर्थ दिवस में सती शिव चरित्र, भगवान शंकर और माता पार्वती के विवाह उत्सव का आयोजन बड़े धूमधाम से किया गया। विवाह उत्सव की भव्यता ने कथा स्थल को पर्व जैसा स्वरूप दे दिया। इस अवसर पर महाराज श्री ने श्रीरामचरितमानस की पंक्तियां उद्धृत करते हुए कहा:
"मातु पिता गुर प्रभु कै बानी। बिनहिं बिचार करिअ सुभ जानी।"
उन्होंने समझाया कि माता-पिता और गुरु का सम्मान करना मानव जीवन का सर्वोच्च कर्तव्य है। जो इनका आदर करते हैं, वे लोक-परलोक में सम्मानित होते हैं, जबकि इनका अनादर करने वाले अपने शुभ कर्मों का फल खो देते हैं।
महाराज जी के भजनों ने कथा में उपस्थित भक्तों को मंत्रमुग्ध कर दिया। भजन "भोलेनाथ से निराला कोई और नहीं" पर श्रद्धालु भावविभोर होकर झूम उठे।
कथा आयोजक राधेश्याम जायसवाल ने सभी श्रद्धालुओं से महादेव की कथा श्रवण के लिए उपस्थित रहने का सादर अनुरोध किया। आयोजन स्थल पर उपस्थित भक्तों ने इस अवसर को शिव कृपा का प्रसाद मानते हुए इसका आनंद लिया।