पाकिस्तान ने की ड्रोन हमले की कोशिश, भारत ने दिया करारा जवाब, जगह-जगह ब्लैक आउट
नई दिल्ली/श्रीनगर —
पाकिस्तान द्वारा भारत के सैन्य ठिकानों को निशाना बनाकर किए गए हमलों के बाद भारत ने निर्णायक जवाब देते हुए लाहौर, सियालकोट और बहावलपुर में आतंकवादियों और सैन्य अड्डों पर कड़ा प्रहार किया है। इस कार्रवाई के बाद सीमा पार भारी हलचल और अंतरराष्ट्रीय चिंता का माहौल बन गया है।

पाकिस्तानी हमला नाकाम, भारतीय सेना की पुष्टि
भारतीय सेना ने स्पष्ट किया है कि पाकिस्तान द्वारा जम्मू और पठानकोट में किए गए मिसाइल और ड्रोन हमले की कोशिश को सफलतापूर्वक नाकाम कर दिया गया। सेना के अनुसार, “हमारी एयर डिफेंस यूनिट्स ने समय रहते सभी खतरे को निष्क्रिय किया और किसी भी तरह के जान-माल के नुकसान की खबर नहीं है।”

लाहौर, सियालकोट और बहावलपुर में भारतीय वायुसेना का जबरदस्त जवाब
जवाबी कार्रवाई में भारत ने लाहौर के एयर डिफेंस सिस्टम को पूरी तरह ध्वस्त कर दिया। बहावलपुर और सियालकोट में भी आतंकी ठिकानों को सटीक निशाना बनाया गया। रक्षा मंत्रालय ने जानकारी दी कि इस ऑपरेशन के दौरान केवल आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया गया और नागरिक इलाकों से पूरी तरह परहेज किया गया।

जम्मू-कश्मीर में स्कूल बंद, हाई अलर्ट
जम्मू-कश्मीर सरकार ने सुरक्षा कारणों के चलते शुक्रवार को सभी स्कूलों और विश्वविद्यालयों में कक्षाएं स्थगित कर दी हैं। शिक्षा मंत्री सकीना इटू ने कहा कि छात्रों की सुरक्षा सर्वोपरि है। कश्मीर विश्वविद्यालय और IUST ने भी शुक्रवार की कक्षाओं को रद्द कर दिया है।

हवाई अड्डों पर अलर्ट, यात्रियों की होगी दोहरी जांच
पाकिस्तान के हमलों को देखते हुए नागरिक उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो (BCAS) ने देशभर के सभी हवाई अड्डों पर सुरक्षा उपाय और कड़े कर दिए हैं। सभी यात्रियों की अब सेकेंडरी लैडर पॉइंट चेकिंग (SLPC) होगी। टर्मिनल बिल्डिंग में आम नागरिकों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। देश के प्रमुख हवाई अड्डों पर एयर मार्शल्स की तैनाती की जा रही है।

विदेश मंत्री जयशंकर का कड़ा संदेश: "हर उकसावे का जवाब मिलेगा"
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा है कि पाकिस्तान की हर उकसावे वाली कार्रवाई का भारत कड़ा और निर्णायक जवाब देगा। उन्होंने अमेरिका और यूरोपीय यूनियन को भी भारत की स्थिति से अवगत कराया और समर्थन मांगा।

अंतरराष्ट्रीय समुदाय की अपील: संयम बरतें भारत-पाक
संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष फिलेमोन यांग और अमेरिका के विदेश मंत्री ने दोनों देशों से शांति बनाए रखने और कूटनीतिक समाधान पर जोर देने की अपील की है। हालांकि, भारत ने यह स्पष्ट कर दिया है कि राष्ट्रीय सुरक्षा से किसी भी कीमत पर समझौता नहीं किया जाएगा।
स्थिति अब भी तनावपूर्ण है, लेकिन नियंत्रण में है। भारत ने सैन्य और नागरिक दोनों मोर्चों पर पूरी सतर्कता बरतनी शुरू कर दी है।