![]() |
एक तरफ उन्होंने पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद पर करारा प्रहार किया, वहीं दूसरी तरफ महिलाओं के स्वास्थ्य और सशक्तिकरण के लिए देशव्यापी अभियान की शुरुआत की।
आतंकवाद पर मोदी का बयान
जैश-ए-मोहम्मद के कमांडर मसूद इलियास के कबूलनामे पर प्रतिक्रिया देते हुए पीएम मोदी ने कहा कि पाकिस्तान से आए आतंकियों ने हमारी बहनों-बेटियों का सिंदूर उजाड़ा था, लेकिन ऑपरेशन सिंदूर के जरिए भारतीय सेना ने उनके ठिकाने नेस्तनाबूद कर दिए। उन्होंने कहा, हमारे वीर जवानों ने पलक झपकते ही पाकिस्तान को घुटनों पर ला दिया। अब उनके ही आतंकी रो-रोकर अपना हाल सुना रहे हैं।
![]() |
जैश के टॉप कमांडर मसूद इलियास ने हाल ही में जारी वीडियो में माना कि 7 मई को बहावलपुर पर भारतीय हमले में मौलाना मसूद अजहर का परिवार तबाह हो गया। यह हमला भारत के ऑपरेशन सिंदूर का हिस्सा था।
पाकिस्तान का बहावलपुर जैश-ए-मोहम्मद का गढ़ माना जाता है। भारतीय सेना ने इसी जगह को निशाना बनाया था। सेना की प्रेस ब्रीफिंग के मुताबिक, यहां से भारत विरोधी साजिशें रची जाती थीं। हमले में जैश को भारी नुकसान हुआ और करीब 100 आतंकी मारे गए।
पहलगाम हमले का जवाब: ऑपरेशन सिंदूर
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारतीय सेना ने जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान और पीओके में फैले 9 बड़े ठिकानों को तबाह किया। बहावलपुर के साथ मुरीदके, सियालकोट, कोटली और मुजफ्फराबाद भी निशाने पर रहे। इस ऑपरेशन में 100 से ज्यादा आतंकी मारे गए और संगठन की रीढ़ टूट गई।
स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार अभियान
इसी मंच से प्रधानमंत्री मोदी ने ‘स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार’ अभियान और 8वें राष्ट्रीय पोषण माह का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि अगर मां स्वस्थ है तो पूरा घर स्वस्थ रहता है, लेकिन मां बीमार हो जाए तो पूरा परिवार चरमरा जाता है। इसीलिए यह अभियान माताओं और बहनों को समर्पित है।
पीएम मोदी ने लोगों से अपील की कि वे संकोच छोड़कर स्वास्थ्य शिविरों में जरूर जाएं। उन्होंने कहा, एक बेटे और भाई के नाते मैं इतना तो मांग सकता हूं कि आप जांच जरूर कराएं। यहां इलाज, जांच और दवाइयां पूरी तरह मुफ्त होंगी।
![]() |
यह अभियान 17 सितंबर से 16 अक्टूबर तक चलेगा। देशभर में एक लाख से ज्यादा स्वास्थ्य शिविर आयुष्मान आरोग्य मंदिरों, सीएचसी, जिला अस्पतालों और सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों पर लगाए जाएंगे।
इनमें बीपी, डायबिटीज, कैंसर जैसी बीमारियों की जांच होगी। साथ ही एनीमिया, सिकल सेल रोग, मातृ और शिशु स्वास्थ्य, पोषण, टीकाकरण और मानसिक स्वास्थ्य पर भी खास ध्यान दिया जाएगा।
विशेषज्ञ सेवाएं भी उपलब्ध कराई जाएंगी, जिनमें स्त्री रोग, बाल रोग, नेत्र रोग, ईएनटी, दंत चिकित्सा, त्वचा रोग और मनोचिकित्सा शामिल हैं।