डेढ़ माह से सैलून बंद, लोग घरों में दाढ़ी-कटिंग बनाने को मजबूर


इंदौर। शहर में पिछले डेढ़ माह से भी ज्यादा समय से हेयर सैलून बंद हैं। घर बैठे लोगों के लिए ब़ढ़ी दाढ़ी और बालों की लंबाई परेशानी बन रही है, जिससे लोग घरों में खुद ही दाढ़ी और कटिंग बनाने को मजबूर हैं। कई लोग तो पिछले साल खरीदी जीरो मशीन से ही काम चला रहे हैं। कई लोग खुद कैंची, कंघा, उस्तरा, जिलेट का फावड़ा लेकर हाथ से दाढ़ी बनाने के साथ परिवार के सदस्यों से बाल कटवा रहे हैं। इधर सैलून संचालकों की हालत भी खराब है। यहां तक इन सैलून वालों को घर खर्च चलाने में भी परेशानी हो रही है। किसी का खुद का तो किसी ने परिवार के इलाज में जमा पूंजी लगा दी। घर बैठे अब दुकान के किराए और बंद दुकान के बिजली बिल भरने की चिंता अलग सता रही है। दुकानें नहीं खुली तो कैसे घर का खर्च चलाएंगे। उधारी में किराना सामान खरीद के अभी तो काम चला रहे हैं। घर बैंठे दाढ़ी और कटिंग बढ़ रही है। कुछ लोग सावधानी के साथ अपना नैपकिन, तौलिया और सैनेटाइटर लेकर जाकर दाढ़ी कटिंग की दुकानों पर जाने को तैयार हैं। 
इधर पिछले साल भी कोरोना का संकट कम होने के बाद जब सबकुछ हालात सामान्य होने के बाद भी सबसे ज्यादा सावधानी लोगों ने हेयर सैलून की दुकानों पर जाने में बरती। अनलॉक में भी कई दिनों तक सैलून की दुकानें नहीं खुली थीं। इस बार भी करीब डेढ़ माह से भी ज्यादा समय बीत गया हेयर सैलून की दुकानें बंद हैं। घर बैठे सैलून संचालकों की हालत खराब है। इसके बावजूद न प्रशासन की ओर से न निगम या राजनीतिक पार्टियों की ओर से कोई मदद मिली है। इधर सैलून बंद पड़े हैं, वहीं लोगों की घर बैंठे दाढ़ी और कटिंग बढ़ रही है। कुछ लोग सावधानी के साथ अपना नैपकिन, तौलिया और सैनेटाइटर लेकर जाकर दाढ़ी कटिंग की दुकानों पर जाने को तैयार हैं। 

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