मानवता का धर्म निभाने कोरोना काल में सेवा में जुटे सुनील पुरोहित और उनकी टीम


इंदौर। मानवता का धर्म सबसे बड़ा धर्म होता है देश को आज इसी धर्म की आवश्यकता है कोरोना काल मे भूखे को रोटी प्यासे को पानी और सांसो को ऑक्सीजन सिलेंडर जिसको जैसी जरूरत हो उसे पहुंचाने का काम करने वाले सुनील पुरोहित ने कोरोना काल लगातार एक माह से अधिक मानवता का धर्म निभा कर लोगों की मदद करने में जुटे हैं। 

दिन हो या रात हो सुबह हो या शाम सेवा का जुनून ऐसा पाला की पता चलते ही अपने कार्य में अपने साथियों के साथ जुड़ जाते हैं। एक माह तक ऑक्सीजन की कमी के चलते सिलेंडर के लिए रात दो दो बजे तक सिलेंडर की व्यवस्था में लगे रहे तो लोगों ने उन्हें ऑक्सीजन मैन का नाम भी दे दिया ।

यह भी पढ़ें- ट्रेन की रफ्तार से गिरा चांदनी रेलवे स्टेशन का नया भवन 

सुनील पुरोहित ने अपने स्तर पर एक ग्रुप तैयार किया और उसमें ऐसे 180 लोगों को जोड़ा जिनका मानवता धर्म से नाता हो और लोगों की सेवा करने की भावना हो और 180 सदस्यों का ग्रुप कोविड-19 आज गांव और शहर में लोगों की मदद कर रहा है।



बीमारी बढ़ने के बाद लॉकडाउन जैसे ही लगा लोगों को ऑक्सीजन की आवश्यकता पड़ने लगी लोग भटकने लगे लोगों को समझ नहीं आ रहा था कि यह हमारे परिजनों की सांस को रोके रखने के लिए सिलेंडर कहां पर मिलेगा ।लोगों को यह तो पता नहीं था कि ऑक्सीजन कहां मिलेगा लेकिन यह जरूर पता था कि सुनील भैया इस कठिन समय में हमारी मदद कर सकते हैं और लोगों के फोन उनके मोबाइल पर आने लगे जनता की सेवा की भावना रखने वाले सुनील पुरोहित को जब लोगों का विश्वास अपने प्रति देखा तो वह कोरोना जैसी भयानक बीमारी के बीच कूद गए और एक कोविड-19 का ग्रुप बनाया इसमें 180 ऐसे लोगों को जोड़ा जो सेवा के लिए पूरे समय तैयार रहे इंदौर देवास उज्जैन सहित आसपास ग्रामीण और शहरी क्षेत्र के लोग इस में जुड़े और इस ग्रुप में कोरोना काल में उन लोगों की मदद करना शुरू कर दी जिन्हें ऑक्सीजन की आवश्यकता थी उन्हें भाग दौड़ कर सिलेंडर की व्यवस्था करवाई जिन्हें जिन्हें रोटी की आवश्यकता थी उन्हें रोटी खिलवाई और जिन्हें प्लाज्मा की जरूरत थी उन्हें प्लाज्मा दिया। सेवा को भगवान का आशीर्वाद मानकर ना दिन देखा ना रात देखी सुबह से रात 2:00 बजे तक इनके कार्य जारी रहे ऑक्सीजन प्लांट पर रात के 2-2 बजे तक अपने स्तर पर ऑक्सीजन सिलेंडर भरवाने की के बाद उन लोगों तक सिलेंडर पहुंचाए जिन्हें उस समय अति आवश्यकता थी जिनकी सांसे रुक रही थी उन्हें जीवन दान दिया। यहां तक कि अब उनका नाम ऑक्सीजन मैन के रूप में रख दिया गया। 1 मई को सुनील पुरोहित की पत्नी श्रीमती मनीषा पुरोहित का जन्मदिन आया तो जन्मदिन की खुशी दुगनी करने के लिए ने उस सेवा को महत्व दिया और दो ऑक्सीजन सिलेंडर अपने स्वयं के खर्चे से खरीद कर विधायक आकाश विजयवर्गीय को भेंट किए ताकि उन पीड़ितों तक राहत बहुत सके जो उनके द्वार पर भी आस लिए खड़े रहते हैं इनसे प्रेरित होकर उनके घनिष्ठ मित्र ललित यादव, विशाल पाठक नीलेश मित्तल का भी इस दौरान जन्मदिन आया तो उन्होंने भी उसी तर्ज पर ऑक्सीजन सिलेंडर भेंट कर अपने जन्मदिन की खुशियों को मनाया तीनों मित्रों ने दो-दो ऑक्सीजन सिलेंडर पीड़ित लोगों के लिए उपलब्ध कराएं। तो आकाश विजयवर्गीय ने कहा ऑक्सीजन में आपको निःशुल्क दिलवाऊंगा आप एक बैंक बनाकर लोगो की मदद कीजिये ग्रुप के 180 लोगों के बीच आज 8 सिलेंडर मौजूद है जो हर वक्त भरे रहते हैं सिर्फ इंतजार रहता है के किस मददगार की मदद के लिए फोन आ जाए और हम मदद करने के लिए दौड़ पड़े यह जज्बा रखने वाले ऑक्सीजन मैन के नाम से लोगों की मदद करने के लिए क्षेत्र में पहचाने जाने लगेे है ग्रुप में दो ऐसे व्यक्ति भी हैं जिन्हें सिर्फ लोगों के लिए ब्लड प्लाजमा बेड और मेडिसिन की चिंता रहती है जूही सिंह और निखिल भंसाली नामक दोनों को सिर्फ ग्रुप में सूचना मिल जाने पर तत्काल वह अपने कार्य के लिए जुट जाते हैं उनके कार्य कि ग्रुप में जमकर प्रशंसा भी होती है कि ऐसे चिंता करने वाले लोग कोरोना काल में अभी भी मानवता की सेवा के लिए खड़े हुए हैं। सेवक इस कार्य में सुनील का निजी खर्च भी हुआ है और ग्रुप के सदस्यों का सहयोग भी मिला है। आज भी पुरोहित और ललित यादव इन्दोर के निजी हॉस्पिटल में भोजन पैकेट नियमित हॉस्पिटल में मरीज के अटेंडर और जरूरत मंद को नियमित जा रहे है। जब तक लॉक डाउन खत्म नही होगा सेवाएं जारी रहेगी यह कहना है पुरोहित का। 

यह भी पढ़ें- राहुल ने पीएम को लिखी चिट्ठी- मनमाना आदेश वापस लें