नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से कोरोना वायरस के टीकाकरण की गति बढ़ाने को कहा है। यह भी कहा गया है कि उन्हें COVID-19 की स्थिति पर कड़ी नजर रखनी चाहिए। राज्यों को लिखे पत्र में केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने कहा, "प्राथमिकता समूहों और आर्थिक गतिविधियों के केंद्रों के त्वरित कवरेज पर ध्यान देने के साथ टीकाकरण की प्रभावी योजना को प्राथमिकता दी जानी चाहिए।"
पत्र में राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को महामारी के प्रभावी प्रबंधन के लिए पांच गुना रणनीति पर ध्यान केंद्रित करने के लिए कहा गया है और कहा गया है कि प्रतिबंधों में ढील की प्रक्रिया सावधानी से की जानी चाहिए। केंद्रीय गृह सचिव ने पत्र में कहा, 'कोविड-19 के प्रभावी प्रबंधन के लिए पांच गुना रणनीति यानी टेस्ट-ट्रैक-ट्रीट-टीकाकरण और कोविड के उचित व्यवहार के पालन पर लगातार ध्यान दिया जाना चाहिए।'
उन्होंने आगे कहा, "राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को नियमित रूप से प्रति 10 लाख आबादी पर सक्रिय मामलों की उच्च संख्या वाले जिलों की निगरानी करनी चाहिए, क्योंकि यह स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे के आकलन के लिए एक महत्वपूर्ण संकेतक है, ताकि इस संबंध में।" ताकि त्वरित एवं त्वरित कार्रवाई की जा सके।
उन्होंने कहा कि राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को कोरोना की स्थिति और जिलों में अस्पतालों में खाली बिस्तरों की संख्या पर बारीकी से नजर रखनी चाहिए। साथ ही स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे पर विशेष ध्यान दिया जाए। जिन जिलों में सकारात्मकता दर अधिक है और अस्पतालों में बिस्तर खाली नहीं हैं, वहां प्रतिबंध लागू रहना चाहिए।
गृह सचिव अजय भल्ला का यह पत्र ऐसे समय आया है जब राज्य लगातार कोविड और कोरोना कर्फ्यू से जुड़ी पाबंदियों में ढील देकर आर्थिक गतिविधियां शुरू कर रहे हैं। कई विशेषज्ञों ने कोरोना की तीसरी लहर की भी भविष्यवाणी की है। कोरोना के मामलों की बात करें तो पिछले 24 घंटे में 37,566 नए मामले सामने आए और 907 मरीजों की मौत हुई है। इस दौरान 35 लाख से ज्यादा लोगों को कोरोना की वैक्सीन दी गई।
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