कई राज्यों में कोरोना के 'R' फैक्टर बढ़ने पर केंद्र ने जताई चिंता, जानिए 10 बड़ी बातें

 नई दिल्ली।
 केंद्र सरकार ने कई राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में कोरोना वायरस के बढ़ते R फैक्टर पर चिंता जाहिर की है। इसको लेकर गृह मंत्रालय ने राज्यों को एडवाइजरी जारी की है। यह एडवाइजरी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोविड-19 से जुड़े नियमों का पालन न करने और कई जगहों पर भारी भीड़ जमा होने को लेकर दी थी। भारत में बुधवार को कोरोना के 38,792 मामले सामने आए, जो एक दिन पहले की तुलना में 23% अधिक है। पूर्वोत्तर राज्यों में कोविड-19 वायरस के तेजी से बढ़ते मामले भी चिंता का विषय बन गए हैं। इस संबंध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को आठ पूर्वोत्तर राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ वर्चुअल बैठक की।

जानिए इस बड़ी खबर की 10 बड़ी बातें:
  1. पत्र में कहा गया है कि कई राज्यों, खासकर सरकारी वाहनों और पहाड़ी इलाकों में कोविड प्रोटोकॉल के गंभीर उल्लंघन के कारण कुछ राज्यों में 'R' फैक्टर बढ़ा है। 1.0 से ज्यादा R फैक्टर कोविड-19 के तेजी से फैलने का संकेत है।
  2. संबंधित एजेंसियों को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा जाए कि भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों, दुकानों, मॉल, बाजारों, रेस्तरां, बार, बस स्टेशनों, रेलवे प्लेटफॉर्म, बैंक्वेट हॉल-मैरिज हॉल और अन्य जगहों पर कोविड से संबंधित नियमों का ठीक से पालन हो। गृह मंत्रालय ने कहा कि हॉटस्पॉट के रूप में चिह्नित और संक्रमण फैलाने वाले अन्य स्थानों पर भी कोविड नियमों का अनुपालन सुनिश्चित किया जाए।
  3. गृह मंत्रालय ने जोर देकर कहा है कि कोविड की दूसरी लहर अभी खत्म नहीं हुई है। हमें याद रखना चाहिए कि टीकाकरण का प्रसार बढ़ा है, लेकिन इसमें ढिलाई की भी कोई गुंजाइश नहीं है।
  4. यह पत्र ऐसे समय में जारी किया गया है जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यों को कोविड नियमों का पालन करने में ढिलाई बरतने के निर्देश दिए हैं। फेस मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग के साथ ही खतरनाक इलाकों में कोविड प्रोटोकॉल को लेकर सतर्क रहने की बात कही गई है. उनका कहना है कि भीड़भाड़ वाले इलाके कोरोना की तीसरी लहर की दावत दे रहे  हैं।
  5. प्रधानमंत्री की चेतावनी उन तस्वीरों के बाद आई है जिनमें हजारों लोग हिल स्टेशनों और शहर के बाजारों में बिना सोशल डिस्टेंसिंग या मास्क पहने घूमते नजर आ रहे हैं। उनकी तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल  हैं। चिकित्सा विशेषज्ञों और स्वास्थ्य मंत्रालय ने इसकी आलोचना की  हैं।
  6. प्रधानमंत्री ने कहा था, आज मैं इस बात पर जोर दे रहा हूं कि बिना मास्क के हिल स्टेशनों और बाजारों में भारी भीड़ जमा होना सही नहीं है। वायरस अपने आप नहीं आता और जाता है। हम उसे कोरोना नियमों का पालन किए बिना वापस लाते हैं। लापरवाह रवैये को लेकर विशेषज्ञ लगातार आगाह कर रहे हैं। इससे कोविड के मामले तेजी से बढ़ेंगे।
  7. गृह मंत्रालय ने दोहराया कि हमें लापरवाही और ढिलाई के खिलाफ सतर्क रुख अपनाना होगा। कोरोना के पॉजिटिविटी रेट को कम करते हुए हमें अतिरिक्त सावधानी बरतनी होगी, ताकि कोरोना के मामलों में तेज उछाल को फिर से रोका जा सके।
  8. R फैक्टर वह उपाय है जिसके द्वारा यह तय किया जाता है कि एक व्यक्ति से कितने लोग संक्रमित हो सकते हैं। R फैक्टर 1 होने का मतलब है कि एक संक्रमित व्यक्ति किसी व्यक्ति को संक्रमण पहुंचा सकता है। यदि 'R' एक से कम हो तो यह इसके संक्रमण को तेजी से रोकने में मदद करता है। यह संक्रमण की चेन को तोड़ने का काम करता है।
  9. पिछले एक हफ्ते में R फैक्टर वैल्यू 0.89 से बढ़कर 0.95 हो गई है, जो एक हफ्ते पहले 0.74 थी। कोरोना की दूसरी लहर के दौरान जब केस 4 लाख के पीक पर थे तो 'R' वैल्यू 1.32 पर पहुंच गई थी, जो अप्रैल 2020 के बाद सबसे ज्यादा थी।
  10. चेन्नई इंस्टीट्यूट ऑफ मैथमैटिकल साइंसेज के वैज्ञानिकों के एक हालिया अध्ययन से पता चला है कि राष्ट्रीय सक्रिय केस लोड R मूल्य में वृद्धि के साथ गिरावट दिखा रहा है। एक्टिव केस इस समय 4.29 लाख के करीब हैं, जो 25 मार्च के बाद सबसे कम है। उनका कहना है कि R फैक्टर में 0.1 फीसदी का अंतर बहुत बड़ा फर्क पड़ता है। इसलिए सावधानी बरतनी होगी।

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