इंदौर। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने शनिवार को देश के कई राज्यों में बारिश की भविष्यवाणी की है। मौसम विभाग के अनुसार, उत्तर पश्चिम बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बनने के कारण अगले दो दिनों तक पूर्वी और उत्तर भारत में अच्छी बारिश हो सकती है। इसके साथ ही शनिवार को मौसम विभाग ने मध्य प्रदेश के 24 जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। राज्य के बड़े हिस्से में अभी भी बारिश हो रही है।
मध्य प्रदेश के 24 जिलों में ऑरेंज अलर्ट
भोपाल सेंटर ऑफ इंडिया मौसम विज्ञान विभाग के वरिष्ठ मौसम विज्ञानी पीके साहा ने बताया कि यह अलर्ट रविवार सुबह तक का है। साहा ने बताया कि जबलपुर, रीवा, सतना, अनूपपुर, उमरिया, डिंडोरी, कटनी, नरसिंहपुर, मंडला, सागर, टीकमगढ़, विदिशा, सीहोर, राजगढ़, बैतूल, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, धार, देवास, आगर-मालवा, अशोक नगर और शिवपुरी जिलों में छिटपुट स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है।
इसके अलावा भोपाल, इंदौर और चंबल समेत राज्य के दस संभागों में से अधिकांश में बारिश या गरज के साथ छींटे पड़ने की संभावना है. उन्होंने कहा कि आगर-मालवा जिले के सुसनेर में पिछले 24 घंटे में सबसे अधिक 211 मिमी बारिश शनिवार सुबह साढ़े आठ बजे तक पश्चिमी मध्य प्रदेश में हुई, जबकि पूर्वी मध्य प्रदेश के उमरिया शहर में इस दौरान सबसे अधिक 170.5 मिमी बारिश हुई।
दिल्ली, यूपी, उत्तराखंड, हिमाचल, हरियाणा में भी बारिश
मौसम विभाग की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार 25 जुलाई (रविवार) से उत्तर पश्चिमी भारत में बारिश की गतिविधियां बढ़ने की संभावना है। वहीं, उत्तराखंड में 25 से 28 जुलाई के दौरान भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है। 26 से 28 जुलाई के बीच हिमाचल प्रदेश, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बारिश की संभावना है, जबकि पंजाब में 27 और 28 जुलाई को बारिश की संभावना है। और पूर्वी उत्तर प्रदेश। वहीं, 27 और 28 जुलाई को हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में छिटपुट स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा की संभावना है।
आईएमडी के मुताबिक, दिल्ली समेत उत्तराखंड और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 25 से 27 जुलाई के बीच भारी बारिश हो सकती है। दिल्ली में 25 जुलाई तक छिटपुट बारिश का दौर जारी रहेगा, लेकिन 26 तारीख से बारिश की गतिविधियां बढ़ जाएंगी। 25 और 26 जुलाई को उत्तराखंड और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में व्यापक बारिश की संभावना है। वहीं, 23 से 25 जुलाई तक पूर्वी और इससे सटे मध्य भारत में भारी बारिश हो सकती है। 25 जुलाई के बाद इस क्षेत्र में मानसून की गतिविधियां कमजोर होंगी।
महाराष्ट्र में भारी बारिश, जनजीवन प्रभावित
महाराष्ट्र में मूसलाधार बारिश ने कहर बरपा रखा है। भारी बारिश और भूस्खलन से महाराष्ट्र के कुछ इलाकों में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है और कई लोगों की मौत भी हो गई है। मौसम विभाग के अनुसार, महाराष्ट्र सहित पश्चिमी तट के कुछ इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश के साथ व्यापक बारिश की संभावना है। हालांकि, धीरे-धीरे कोंकण, गोवा और आंतरिक महाराष्ट्र सहित पश्चिमी तट पर वर्षा की तीव्रता कम हो जाएगी।
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