खंडेलवाल ने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने सितंबर महीने में कोरोना की तीसरी लहर की चेतावनी दी है कि इस लहर में ज्यादातर छोटे बच्चे संक्रमित होंगे। ऐसे में स्कूल खुलने से बच्चों के संक्रमित होने की पूरी संभावना है। ज्ञापन में मांग की गई कि सभी बच्चों का मेडिक्लेम सहित एक-एक करोड़ रुपये का बीमा कराया जाए।
हाल ही में अपने इंदौर प्रवास पर मुख्यमंत्री ने खुद कहा था कि मैं कोरोना की तीसरी लहर के बाद अपना स्वागत करूंगा। फिर क्या कारण है कि छोटे बच्चों को मौत के घाट उतारा जा रहा है। कांग्रेस नेताओं ने चेतावनी दी है कि अगर सरकार ने अपना फैसला नहीं बदला तो उग्र आंदोलन किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि कल से प्रदेश भर में छठी से आठवीं कक्षा के बच्चों के लिए स्कूल खोले जा रहे हैं। हालांकि इसमें स्कूलों के सामने एक शर्त रखी गई है कि वे कक्षा में 50 फीसदी छात्रों को ही अनुमति देंगे।
हाल ही में अपने इंदौर प्रवास पर मुख्यमंत्री ने खुद कहा था कि मैं कोरोना की तीसरी लहर के बाद अपना स्वागत करूंगा। फिर क्या कारण है कि छोटे बच्चों को मौत के घाट उतारा जा रहा है। कांग्रेस नेताओं ने चेतावनी दी है कि अगर सरकार ने अपना फैसला नहीं बदला तो उग्र आंदोलन किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि कल से प्रदेश भर में छठी से आठवीं कक्षा के बच्चों के लिए स्कूल खोले जा रहे हैं। हालांकि इसमें स्कूलों के सामने एक शर्त रखी गई है कि वे कक्षा में 50 फीसदी छात्रों को ही अनुमति देंगे।
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