भंवरकुआं से तेजाजी नगर तक सड़क निर्माण की स्वीकृति प्रदान की गयी। जिससे यहां बिना अनुमति दुकान बनाने की तैयारी की जा रही थी। इसके चलते यहां दुकानों का निर्माण शुरू हो गया था। इधर मलकत सिंह ने 13 और रफीक ने 9 दुकानों पर अवैध निर्माण शुरू किया। कैलोद करताल में 8 हजार फीट की सरकारी जमीन में बनी इन दुकानों को गिराने के लिए जिला प्रशासन, पुलिस और नगर निगम का अमला पहुंच गया था। जिसके बाद यहां कार्रवाई की गई। तेजाजी नगर चौराहे के पास केलोद करताल में बन रही इन दुकानों की अनुमति नहीं दी गई। इसको लेकर नगर निगम ने नोटिस जारी किया था, लेकिन दुकानदार कोई जवाब नहीं दे पाए। जिसके बाद निगम की टीमों ने इसे तोड़ा।
लोहा व्यापारियों और ट्रक बॉडी बिल्डरों ने किया था कब्जा
यहां की 13 दुकानें करीब 5 हजार स्क्वायर फीट में बनी थीं। इन दुकानों को बनाने वाले मलकत सिंह लोहे का कारोबार करते हैं। इसी तरह रफीक पटेल ने 3 हजार फीट पर कब्जा कर 9 दुकानें बनाईं। रफीक के ट्रक बॉडी बिल्डरों के काम हैं।
यहां की 13 दुकानें करीब 5 हजार स्क्वायर फीट में बनी थीं। इन दुकानों को बनाने वाले मलकत सिंह लोहे का कारोबार करते हैं। इसी तरह रफीक पटेल ने 3 हजार फीट पर कब्जा कर 9 दुकानें बनाईं। रफीक के ट्रक बॉडी बिल्डरों के काम हैं।
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