कथावाचक पं.सुमित आचार्य ने कथामृत का भक्तों को कराया रसपान |
इन्द्र हमें कुछ नहीं देते जबकि गिरिराज हमारी गायों का चारा देते हैं। इस अवसर पर गिरिराज पर्वत की सजीव झांकी के साथ सुमित आचार्य ने छोटी-छोटी गैया, छोटे-छोटे ग्वाल,छोटो सो मेरो मदन गोपाल सुनाया तो पूरा पाडांल भक्ति से झूम उठा। कथा में गुरुवार को रुक्मणी विवाह और महारास का आयोजन होगा।
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