सात दिवसीय भागवत महोत्सव के चौथे दिवस में भव्य रूप से कृष्ण जन्म उत्सव मनाया गया। इस मौके पर कथा सुनाते हुए पंडित सुमित आचार्य महाराज ने बताया कि जीव के अनंत जन्म का जब पुण्य उदय होता है तब उसे सत्संग सुनने का फल मिलता है। सामान्यतः सारा विश्व जन्माष्टमी मनाने के लिए 1 वर्ष इंतजार करता है। लेकिन जो व्यक्ति सत्संग में भागवत की कथा का श्रवण करता है उसके लिए हर सप्ताह का चौथा दिन जन्मोत्सव हो जाता है। जन्मोत्सव की कथा के उपरांत ठाकुर जी की सुंदर बाल लीलाओं का शब्दों के माध्यम से सभी श्रोता गणों ने दर्शन किया।
कथा व्यास सुमित आचार्य ने श्रीकृष्ण लीला का वर्णन करते हुए कहा कि भगवान श्रीकृष्ण नित्य ही माखन चोरी लीला करते हैं। मां यशोदा के बार-बार समझाने पर भी श्रीकृष्ण नहीं मानते हैं तो मां यशोदा ने भगवान को रस्सी से बांधना चाहा पर भगवान को कौन बांध सकता है, लेकिन भगवान मां की दयनीय दशा को देखते हुए स्वयं बंध जाते हैं। इसलिए भगवान को न धन, पद व प्रतिष्ठा से नहीं बांध सकता।
प्रति दिन कथा श्रवण के लिए काफी संख्या में महिला पुरुष श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। कल शुक्रवार को कथा प्रसंग गोवर्धन पूजा और 56 भोग मुख्य आकर्षण रहेगा। जोशी कॉलोनी भागवत कथा आयोजन समिति के सदस्यों ने ज्यादा से ज्यादा संख्या में श्रद्धालुओं को कथा में आने की अपील की है।
तेजाजी नगर स्थित जोशी कॉलोनी के मैदान में आयोजित भागवत कथा के चौथे दिन बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने आरती में हिस्सा लिया। pic.twitter.com/xl9gokMK5h
— B D Tiwari (@B_D_Tiwari) December 30, 2021
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