आप के पंजाब सह प्रभारी राघव चड्ढा ने सोमवार को प्रेस वार्ता कर कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस ने दलित वोट हासिल करने के लिए सीएम चरणजीत सिंह चन्नी का ही इस्तेमाल किया है। कांग्रेस महाराष्ट्र में पहले भी ऐसा ही कर चुकी है। लेकिन चुनाव के लिए टिकट देते समय उनके किसी रिश्तेदार या सगे भाई को टिकट नहीं दिया गया, जबकि कई नेताओं के बच्चों और भाइयों को टिकट दिया गया है। साथ ही उन्होंने स्पष्ट किया है कि न तो सीएम चरणजीत सिंह चन्नी के भाई मनोहर सिंह और न ही उनके अन्य रिश्तेदार उनके संपर्क में हैं।
इस मौके पर राघव चड्ढा ने सबसे पहले कहा कि पंजाब में 2022 का विधानसभा चुनाव लड़ने जा रही आम आदमी पार्टी पहली पार्टी है जो सबसे पहले अपने सीएम चेहरे की घोषणा कर रही है। अभी तक किसी भी पार्टी ने अपने सीएम चेहरे की घोषणा नहीं की है। उन्होंने कहा कि सीएम का चेहरा भी लोगों की राय से चुना जा रहा है। उन्हें इस संबंध में अब तक 15 लाख से अधिक संदेश मिल चुके हैं।
उन्होंने बस्सी पठाना से सीएम चन्नी के भाई डॉ. मनोहर सिंह को टिकट न देने के बहाने कांग्रेस पर हमला बोला और कहा कि यह स्पष्ट हो गया है कि चरणजीत सिंह चन्नी की पार्टी में कितनी कीमत है। उन्होंने कुछ नेताओं के नाम गिनाए जिनके भाइयों और बेटों को कांग्रेस ने चुनाव के लिए टिकट दिया है। उन्होंने कहा कि इस तरह का खेल कांग्रेस ने पहली बार नहीं किया। कई साल पहले महाराष्ट्र में भी कांग्रेस ने इस तरह का खेल किया है। चुनाव से ठीक तीन-चार महीने पहले, उन्होंने सुशील कुमार शिंदे को दलित वोटों के लिए सीएम घोषित किया था और अगले ही चुनाव में उनकी जगह ली थी। उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि चरणजीत सिंह चन्नी को रात के पहरेदार के रूप में इस्तेमाल किया गया है।
चड्ढा ने कहा कि ऐसा लगता है कि कांग्रेस के पंजाब प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू भी उनका सम्मान नहीं करते। सिद्धू जब प्रेस कांफ्रेंस करते हैं तो अपने पीछे बैनर में मुख्यमंत्री की फोटो भी नहीं लगाते। वह हर दिन कई मुद्दों पर बात करके चन्नी सरकार पर आरोप लगाते हैं। इस मौके पर चड्ढा ने कहा कि उनकी पार्टी ने अभी तक चार सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है, जो आने वाले दिनों में की जाएगी।
इस प्रश्न का उत्तर देने से बचें
फिरोजपुर देहाती से आप प्रत्याशी आशु बांगड़ के पार्टी से इस्तीफा देने के सवाल पर राघव चड्ढा ने कहा कि उन्हें भी इस बारे में पहले ही जानकारी मिल चुकी है। हमारे उम्मीदवार द्वारा अरविंद केजरीवाल को भेजे गए पत्र में हमने आरोप लगाया है कि हमने उन्हें होर्डिंग लगाने के लिए कहा है, क्या मुझे ऐसा नहीं कहना चाहिए था। यह हम चुनाव के दौरान अपने उम्मीदवारों से नहीं कहेंगे तो और क्या कहेंगे?
अब किसानों को देखेंगे चुनावी मैदान में
राघव चड्ढा ने 22 किसान संगठनों के आधार पर बने संयुक्त समाज मोर्चा को सौभाग्य बताया और कहा कि अब वह इसे चुनावी मैदान में ही देखेंगे। उन्होंने टिकट पर किसान संगठनों के बीच आम सहमति की कमी पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि यह किसान संगठनों का निजी मामला है, हमारी पार्टी इस पर कोई टिप्पणी नहीं करेगी।
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