कोरोना के डर से भारत में फिर से लागू हो सकते हैं ये नियम
इंदौर। दुनिया एक बार फिर नए कोरोना की लहर से सहम उठी है। चीन, जापान, ब्राजील और अमेरिका समेत कई देशों में संक्रमण तेजी से फैल रहा है। अकेले चीन में, अगले तीन महीनों के भीतर 800 मिलियन से अधिक लोगों के संक्रमित होने की संभावना है, और 1 मिलियन से अधिक लोगों के मरने की संभावना है। एक रिपोर्ट के मुताबिक अगले तीन महीनों में दुनिया की आबादी के 10% से ज्यादा लोग इसके प्रति संवेदनशील हो सकते हैं।
इस बीच भारत में भी संक्रमण का खतरा बढ़ता जा रहा है। जैसे-जैसे मामले दुनिया भर में बढ़ रहे हैं, केंद्र सरकार कार्रवाई कर रही हैं। कहा जा रहा है कि अगले कुछ दिनों में सरकार फिर से कुछ नियम लागू कर सकती है। आइए समझते हैं कि सरकार ने कोरोना से बचाव के लिए क्या-क्या तैयारियां की हैं।

सरकार कौन से नियम लागू कर सकती है?
यह जानने के लिए हमने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से बात की। उन्होंने कहा: "अब हम कोरोना की स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं। भारत को फिलहाल कोई बड़ा खतरा नहीं है, लेकिन एहतियात के तौर पर हम हर संभव सावधानी बरतेंगे। इसे ध्यान में रखते हुए, हम  कोविड प्रोटोकॉल फिर से लागू करने पर विचार कर रहे हैं।"
  • सार्वजनिक जगहों पर मास्क पहनना फिर से संभव: कोरोना से संक्रमित लोगों की बढ़ती संख्या को देखते हुए सार्वजनिक जगहों पर मास्क पहनना फिर से अनिवार्य हो सकता है। खासकर उनमें जिनमें कोरोना के लक्षण हैं। उदाहरण के लिए, खांसी, जुकाम या किसी भी तरह के वायरस होने पर लोगों को मास्क पहनना अनिवार्य होगा। 
  • सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करना होगा: कोरोना के मामलों में गिरावट के बाद लोगों ने सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करना भी बंद कर दिया है। अब हम उन्हें फिर से सख्ती से लागू कर सकते हैं।
  • एयरपोर्ट्स, ट्रेन स्टेशनों और बस स्टेशनों पर रैंडम टेस्टिंग: दिल्ली और मुंबई समेत सभी बड़े एयरपोर्ट्स पर रैंडम कोरोना टेस्टिंग की प्रक्रिया शुरू की जा सकती है। कोरोना प्रभावित देशों से लौटने वाले लोगों की जांच पर विशेष फोकस रहेगा। ऐसे व्यक्तियों की जांच की जाएगी और संक्रमित पाए जाने पर उनका जीनोम सीक्वेंस किया जाएगा और उनके अन्य कोविड प्रोटोकॉल का पालन किया जाएगा। स्टेशनों और बस स्टॉप पर रैंडम टेस्ट शुरू करने की भी तैयारी चल रही है।
  • त्वरित बूस्टर खुराक: आज तक, 23 करोड़ से अधिक लोगों को कोरोनावायरस वैक्सीन की बूस्टर खुराक दी गई है। सरकार अब उस संख्या को तेजी से बढ़ाने पर फोकस कर रही है। अधिक से अधिक लोगों को बूस्टर शॉट्स मिले यह सुनिश्चित करने के लिए सावधानी बरती गई है।
  • जीनोम सीक्वेंसिंग शुरू: देश में कई प्रयोगशालाओं ने जीनोम सीक्वेंसिंग प्रक्रिया फिर से शुरू कर दी है। नए संक्रामक वेरिएंट की जांच के लिए यहां कोरोना मरीज के सैंपल लाए जाते हैं ताकि समय रहते बचाव के उपाय किए जा सकें।
  • टेस्टिंग, ट्रेसिंग और ट्रीटमेंट पर फोकस: भारत में कोरोना के बढ़ते मामलों को रोकने के लिए सरकार ने टेस्टिंग, ट्रेसिंग और ट्रीटमेंट फॉर्मूले पर फोकस करने का फैसला किया है। इसके मुताबिक ज्यादा से ज्यादा लोगों की जांच की जा रही है और अगर कोई कोरोना से संक्रमित पाया जाता है तो उसके संपर्क में आने वाले ज्यादातर लोगों की जांच की जाएगी। उपचार प्रदान किया जाता है।
भारत में कोरोना की मौजूदा स्थिति क्या है?
सबसे ज्यादा रोजाना संख्या तक पहुंचने वाले मरीजों की सूची में भारत उन्हें 51वें स्थान पर रखता है। यहां मंगलवार को उनके पास तीन नए मामले आए और कोई नई मौत नहीं हुई। भारत में अब तक 44.6 लाख लोग संक्रमित हो चुके हैं। इनमें से 44.1 लाख से ज्यादा ठीक हो गए और 53 लाख मरीजों की मौत हो गई। भारत में अभी 4,527 मरीजों का इलाज चल रहा है। सक्रिय मामलों के मामले में भारत फिलहाल दुनिया में 90वें स्थान पर है।

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