इंदौर में रियल एस्टेट ग्रुप के खिलाफ IT की कार्रवाई, अलग-अलग शहरों में 40 से ज्यादा जगहों पर छापेमारी
इंदौर। मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में एक रियल एस्टेट ग्रुप के यहां आयकर विभाग की टीम द्वारा सुबह की गई छापेमारी से काफी हड़कंप मच गया है। आयकर विभाग की टीम ने गुरुवार सुबह बादलचंद मेहता (बीसीएम ग्रुप) के 40 से ज्यादा ठिकानों पर छापेमारी की। इंदौर और आस-पास के शहरों में समूह से जुड़े भागीदार और आनुपातिक वितरक भी आयकर स्कैनर के अधीन हैं। शेयरधारकों सहित, एजेंसी टीम कुल 45 स्थानों पर जांच के लिए पहुंची। अलग-अलग शहरों में 40 से ज्यादा जगहों पर छापेमारी की जा रही है।

रियल एस्टेट ग्रुप पर आईआरपीएफ विभाग की ओर से सुबह-सुबह कार्रवाई
बताया जाता है कि आयकर महानिदेशालय के अधिकारी कुछ दिन पहले खरीदार बनकर पहुंचे थे। कार्ड पर कम कीमत दिखाकर टैक्स चोरी का शक था। पुष्टि होने के बाद ही एजेंजिया डेले एंट्रेट ने खोज अभियान शुरू किया। बीसीएम समूह में निर्देशक राजेश मेहता, अरुण मेहता, नवीन मेहता, रोहित मेहता और ऋषभ मेहता शामिल हैं। राजस्व एजेंसी की टीम भी सर्वे गतिविधियों को अंजाम दे रही है। बादलचंद मेहता ग्रुप शहर के सबसे बड़े रियल एस्टेट डेवलपर्स में से एक है।
 
बीसीएम ग्रुप कोकिलाबेन अस्पताल की बदौलत प्रसिद्ध हुआ
आपको बता दें कि बीसीएम ग्रुप का नाम हाल ही में रिलायंस ग्रुप के साथ अपने जुड़ाव के जरिए सुर्खियां बटोर चुका है। बीसीएम ग्रुप का नाम कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी हॉस्पिटल से जुड़ा है। कहा जाता है कि बीसीएम ग्रुप की कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल में भी हिस्सेदारी है। इसका उद्घाटन हाल ही में सदी के महानायक अमिताभ बच्चन ने इंदौर में किया था। 4 लाख वर्ग फुट में फैले कोकिलाबेन अस्पताल में 300 बिस्तरों की सुविधा है। रियल एस्टेट सेक्टर से जुड़े उद्यमी लगातार रेवेन्यू एजेंसी की नजर में हैं।

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