यह अभियान मप्र राजीव विकास केंद्र ने शुरू किया। शहर कांग्रेस ने एक दिन के विरोध के बाद बढ़े संपत्तिकर के मुद्दे पर खामोशी साध ली है। माना जा रहा था कि कांग्रेस ने विरोध खत्म कर दिया है। देवेंद्र यादव के अनुसार अब 85 वार्डो एवं मोहल्लों में हर घर के द्वार पर मप्र राजीव विकास केंद्र के पदाधिकारियों एवं कांग्रेसजनों को हर दिन थाली बजाकर विरोध करने के निर्देश दिए गए हैं। यह अभियान लगातार जारी रहेगा। दरअसल, नगर निगम ने कलेक्टर गाइडलाइन के हिसाब से संपत्तिकर वसूल करने का नियम लागू कर दिया है। साथ कचरा शुल्क को दोगुना कर दिया है।
जल कर और सीवरेज शुल्क की वृद्धि को तो वापस ले लिया लेकिन संपत्तिकर वृद्धि को वापस नहीं लिया, बल्कि निगम के सभी सहायक राजस्व अधिकारियों को दो दिन में संपत्तिकर का डेटा ई-नगर पालिका के पोर्टल पर डालने के लिए भोपाल भेजने के निर्देश दिए गए हैं। साफ है कि राज्य शासन के आदेश पर कलेक्टर गाइडलाइन से आम जनता से टैक्स वसूलने की निगम ने तैयारी शुरू कर दी हैं। तैनात अधिकारियों को संपत्तिकर खातों की जानकारी भरने के लिए एक फार्मेट थमा दिया गया है। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार चुनाव के पहले वसूली को स्थगित करती है। पहले ऐसे ही बिजली बिल बढ़ा दिए थे लेकिन चुनाव आए तो स्थगित किए और अब वसूली की जा रही है।