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साइकिल से घर लौट रहीं छात्राएं मानसी श्रीवास, सोहानी राठौर और खुशी करोसिया बस की चपेट में आ गईं। मानसी बस के पहियों में फंस गई। राहगीरों ने घायलों को अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने मानसी और इंजीनियर एकांश को मृत घोषित कर दिया। दोनों के सिर पर गंभीर चोट और ज्यादा खून बहने से जान नहीं बच पाई।
स्कूल से लौटते वक्त मौत का सामना
16 वर्षीय मानसी श्रीवास (हुकुमचंद कॉलोनी) अपनी सहेलियों सोहानी और खुशी के साथ साइकिल से घर लौट रही थी। स्कूल से महज 50 मीटर दूर ही बस ने उन्हें टक्कर मार दी। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक मानसी बस के पहियों में फंस गई थी, जिसे निकालने के लिए लोगों को बस पीछे धकेलनी पड़ी। अस्पताल ले जाने पर उसे मृत घोषित कर दिया गया।
मानसी 12वीं कक्षा की छात्रा थी। पिता अजय श्रीवास एकाउंटेंट हैं और परिवार में सात वर्षीय बेटा भी है।
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सीताराम कॉलोनी निवासी एकांश पंड्या आईटी कंपनी में काम करते थे। बुधवार को दवा लेने घर से निकले थे कि तेज रफ्तार बस ने उन्हें कुचल दिया। हादसे के बाद उन्हें समय पर इलाज नहीं मिल पाया। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि लोग वीडियो बनाते रहे लेकिन अस्पताल पहुंचाने में देर हो गई, जिससे खून ज्यादा बह गया और उनकी मौत हो गई।