मुक्तिधामों का रिकार्ड-मृतकों की सूची रखी आइजी की टेबल पर, कांग्रेस नेताओं पर भी प्रकरण

इंदौर। कोरोना वायरस के नए प्रतिरुप को इंडियन वेरिएंट बोलने पर भाजपा नेताओं ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ पर एफआइआर दर्ज करवाई तो कांग्रेस भी हमलावर हो गई है। कांग्रेस विधायक और नेता सोमवार को आइजी हरिनारायणचारी मिश्रा के पास पहुंचे। आइजी की टेबल पर इंदौर जिले के तमाम श्मशान और कब्रिस्तानों का रिकार्ड और मृतकों की सूची आइजी के टेबल पर रखी
वहीं मुख्यमंत्री का पुतला जलाने के मामले में थाना तुकोगंज में कांग्रेस विधायक संजय शुक्ला, सज्जन वर्मा, विशाल पटेल के साथ ही शहराध्यक्ष विनय बाकलीवाल, रमीज खान व अन्य दस साथियों पर प्रकरण दर्ज किया गया है।
कांग्रेस ने मांग की कि मुख्यमंत्री शिवराजसिंह के खिलाफ मृतकों की संख्या छुपाने और नागरिकों को भ्रम में रखने पर मुकदमा दर्ज होना चाहिए। इस बीच पूर्व मंत्री सज्जनसिंह वर्मा ने केंद्र सरकार द्वारा सुप्रीम कोर्ट में पेश हलफनामे की प्रति भी सार्वजनिक की। वर्मा ने कहा कि इस हलफनामे में सरकार ने इंडियन डबल म्युटेंट वेरिएंट शब्द का उपयोग किया है। ऐसे में केंद्र के खिलाफ भी तो एफआइआर होना चाहिए।
कमल नाथ पर एफआइआर होने के बाद तमाम कांग्रेस के तमाम नेता न केवल आक्रामक हो गए हैं बल्कि एक भी नजर आ रहे हैं। शहर कांग्रेस अध्यक्ष विनय बाकलीवाल, जिला अध्यक्ष सदाशिव यादव के साथ विधायक संजय शुक्ला, विशाल पटेल, अश्विन जोशी, राजेश चौकसे, नरेंद्र सलूजा के साथ कांग्रेस पार्षदों का पूरा दल आइजी दफ्तर पहुंचा। कांग्रेस नेताओं ने इंदौर के सभी श्मशानों के साथ देपालपुर, सांवेर क्षेत्र से भी अंत्येष्टी का रिकॉर्ड मंगवाया था।
कांग्रेस नेताओं ने आइजी से कहा कि सरकार पूरे प्रदेश में सिर्फ 7 हजार से ज्यादा मौतें कोरोना से होने का रिकार्ड पेश कर रही है। जबकी एक महीने में श्मशान के आंकड़े ही 4 हजार से ज्यादा मौतों का सबूत दे रहे हैं। यानी सरकार के रिकॉर्ड से ज्यादा मौतें तो सिर्फ इंदौर में ही अब तक कोरोना में हो चुकी है। इस तरह मुख्यमंत्री की शह पर सरकारी सिस्टम महामारी की भयावहता कम दिखाने के लिए मौतों को छुपा रहे हैं। मामले में प्रकरण दर्ज होना चाहिए क्योंकि कोर्ट की तमाम याचिकाओं में भी यह झूठा आंकड़ा ही पेश किया जा रहा है।
पूर्व मंत्री सज्जनसिंह वर्मा ने केंद्र सरकार द्वारा 9 मई को सुप्रीम कोर्ट में दाखिल हलफनामे की प्रति सार्वजनिक की। वर्मा ने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय ने स्वत: संज्ञान लेते हुए सरकार से कोरोना की व्यवस्थाओं पर जवाब मांगा था। केंद्र ने जवाब में हलफनामा पेश किया।। इस हलफनामे में खुद केंद्र सरकार ने कोरोना वायरस के रूप को इंडियन डबल म्यूटेंट स्ट्रेन के रूप में संबोधित किया। यानी केंद्र सरकार ने खुद देश का नाम बदनाम कर रही है। तो केंद्र सरकार पर भी मुकदमा दायर होना चाहिए।

मुख्यमंत्री का पुतला जलाया
युवा कांग्रेस ने शहर अध्यक्ष रमीज खान व अन्य ने गीताभवन चौराहे पर आंबेडकर प्रतिमा पर धरना दे दिया। युवा कांग्रेसियों ने कहा कि कोरोना महामारी की अव्यवस्थाओं को मौतों से ध्यान भटकाने के लिए भाजपा और सरकार विपक्ष के नेताओं पर निशाना साध रही है। इस बीच युवा कांग्रेसियों ने चौराहे पर मुख्यमंत्री शिवराजसिंह का पुतला भी फूंक दिया।