दरअसल सत्तारूढ़ बीजेपी के दिग्गज नेताओं की जारी मुलाकातों के बीच नेतृत्व परिवर्तन की अटकलें जोर पकड़ रही थीं. इस संबंध में पूछे जाने पर कैलाश विजयवर्गीय ने कहा, "ये अटकलें एकदम बकवास हैं. चौहान के नेतृत्व में ही प्रदेश चलेगा."
मूलत: मध्य प्रदेश के इंदौर से ताल्लुक रखने वाले विजयवर्गीय, बीजेपी संगठन में पश्चिम बंगाल मामलों के प्रभारी हैं, जहां उनकी पार्टी पिछले विधानसभा चुनावों के दौरान ममता बनर्जी की अगुवाई वाली तृणमूल कांग्रेस का गढ़ भेदने में नाकाम रही. विजयवर्गीय ने अपने हाल के भोपाल दौरे में मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्र और अन्य बीजेपी नेताओं से सौजन्य भेंट की थी. इस बीच, राज्य के अन्य दिग्गज बीजेपी नेताओं की मेल-मुलाकातों का दौर भी जारी है.
इन मुलाकातों की पृष्ठभूमि में मध्य प्रदेश में नेतृत्व परिवर्तन को लेकर खासकर सोशल मीडिया पर लगाए जा रहे कयासों में विजयवर्गीय का नाम भी शामिल है. हालांकि, उन्होंने इन्हें खारिज करते हुए कहा, "मैं अभी दूसरी जगह लगा हूं."
बीजेपी महासचिव ने कहा, "भले ही मीडिया कुछ भी कहानी बना दे. लेकिन इन मुलाकातों को लेकर जो मैं देख-पढ़ रहा हूं, उसमें कुछ भी दम नहीं है और यह सब (नेतृत्व परिवर्तन की अटकलें) बकवास है."
विजयवर्गीय ने कहा, "ये सामान्य मेल-मुलाकातें हैं और इन्हें राजनीतिक रंग देना उचित नहीं है. कोविड-19 के मौजूदा दौर में लोगों के पास काम कम है, तो वे एक-दूसरे से मिलकर अपने व्यक्तिगत संबंध मधुर कर रहे हैं." उन्होंने एक सवाल पर कहा कि पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ "बहुत अच्छा" काम कर रहे हैं और वह अपने संवैधानिक दायित्वों के तहत राज्य की चिंता कर रहे हैं.