इंदौर। मध्य प्रदेश की पर्यावरण एवं संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर आए दिन चर्चाओं में बनी रहती हैं. कभी कोरोना को हवन के जरिए भगाती हैं, तो कभी 'जयस' के युवाओं को आतंकवादी कहते नजर आती हैं. अब उनका एक और वीडियो सामने आया, उनके विवादित बयान ने आदिवासी समाज के लोगों की भावनाओं को आहत किया.
नदी में किसी ने डंप किया केमिकल
पूरा मामला धार जिले से सामने आया, जहां गुजरी क्षेत्र के भेरू घाट से गुजरी गांव की ओर कारम नदी बहती है. अब वहां किसी ने केमिकल डंप कर दिया. नदी का पानी लाल हो गया और नदी किनारे केकड़े, मछली और अन्य जलीय जीवों की जान चली गई.
किसानों को सताने लगी चिंता
नदी का पानी खराब होने से किसानों को भी चिंता सताने लगी है. उन्हें डर है कि अगर पानी उनके खेतों की ओर आया तो पशुओं की जान जा सकती है और फसल खराब होने का भी डर है. मालवा क्षेत्र से आने वाली अजनार नदी धार की कारम नदी में मिलती है, यहां के सारे किसान अपने पशुओं को यहीं पानी पिलाते हैं.
उषा ठाकुर का वीडियो वायरल
किसानों की इस चिंता पर पर्यटन मंत्री उषा ठाकुर ने विवादित बयान दे दिया. उनका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल होने लगा. अजनार नदी के करीब से सामने आए इस वीडियो में बताया गया है कि मंत्री केमिकल से जुड़े मामले को लेकर ही यहां पहुंची थीं. मंत्री को देख किसानों ने उन्हें नदी की समस्या के बारे में बताया. जिस पर मंत्री ने विवादित बयान देते हुए कहा कि तुम ऐसी विचित्र जगह बसे ही क्यों हो.
'बसने से पहले सोचना था'- मंत्री
वीडियो में मंत्री किसानों से कहते नजर आईं, तुमने यहां बसने से पहले क्या व्यवस्था देखी थी. आपके दादा परदादा तकलीफ वाली जगहों में रहे थे. तुम खुद यहां आकर बसे हों, तुम्हें किसी ने कहा थोड़े ही था यहां बसने के लिए.
किसानों की भावनाएं हुई आहत
मंत्री के इन बयानों ने आदिवासी किसानों के दिल पर गहरी चोट की. वे बड़ी उम्मीद से मंत्री के पास गए थे, लेकिन उनकी बातें सुन किसानों की भावनाएं आहत हो गई. वहीं मंत्री ने अब कहा कि वीडियो में सड़क-बिजली को लेकर बातें चल रही थीं, इसीलिए उन्होंने कहा था कि यहां आपकी व्यवस्थाएं कैसे होंगी. आप यहां बसे ही क्यों है.
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