कथा के दौरान पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि अगर मौत आनी होगी तो पैरदान पर पैर रखते समय वह फिसल जाएगा और आप मर जाएंगे। आप मौत से बचने की कितनी भी कोशिश कर लें, आप बच नहीं पाएंगे। कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा जी ने कहा कि कुबेरेश्वर धाम में रुद्राक्ष लेने के लालच में आने वाले लोगों को यहां नहीं आना चाहिए। उन्होंने कहा कि यहां आने वाले लोग भोलेनाथ के लिए ही आएं। बता दें कि कुबेरेश्वर धाम में करीब 10 लाख लोगों की भीड़ आई थी जिसके बाद वहां भगदड़ मच गई थी। इसी बीच एक महिला की हार्ट अटैक से मौत हो गई।
चक्कर खाकर गिरी महिला और हो गई मौत
इंदौर रोड स्थित कुबेरेश्वर धाम में लाखों की संख्या में लोग रुद्राक्ष लेने पहुंचे। भीड़ इतनी बढ़ गई है कि पैदल चलना भी मुश्किल हो रहा है। सीहोर में अलग-अलग राज्यों से श्रद्धालु आ रहे हैं। उनका कहना है कि कुबेरेश्वर धाम में उनकी काफी आस्था है। चमत्कारी रुद्राक्ष प्राप्त करने से हम ठीक हो जाते हैं। नासिक के मालेगांव से आई मंगला बाई अचानक बीमार पड़ीं, चक्कर आने के बाद वह जमीन पर गिरकर उसकी मौत हो गई। यह जानकारी मंडी थाना ASI की तरफ से दी गई है।
कथावाचक पर फूट रहा लोगों का गुस्सा
वहीं बुलढाणा, छत्तीसगढ़ के भिलाई और राजस्थान के गंगापुर में आई तीन महिलाएं लापता हो गईं। कुबेरेश्वर धाम में करीब 10 लाख लोगों की भीड़ पहुंचने का अनुमान है। कथा स्थल से श्रद्धालु निकिता सोराडा ने बताया कि लोगों के एक साथ आने से हालात यह हो गए हैं कि लोग सड़क पर ठीक से चल भी नहीं पा रहे हैं। दिल्ली से आए श्रद्धालुओं ने कहा कि भीड़ के कारण वे धाम नहीं पहुंच सके। इसलिए थक कर वह सड़क के किनारे बैठ गया। इस तरह के हालात पैदा होने से लोगों में पंडित प्रदीप मिश्रा को लेकर काफी गुस्सा है। लोगों का कहना है कि व्यवस्था ठीक नहीं होने के कारण उन्हें पानी तक नसीब नहीं हुआ।आप विश्वगुरु का ताजा अंक नहीं पढ़ पाए हैं तो यहां क्लिक करें
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