तेजाजी नगर में चल रही श्रीमद्भागवत ज्ञान गंगा कथा में गोवर्धन लीला ने भावविभोर किए भक्त, छप्पन भोग का हुआ आयोजन
इंदौर। तेजाजी नगर जोशी कॉलोनी स्थित द आयडियल पब्लिक हायर सेकेंडरी स्कूल परिसर में आयोजित 12वें संगीतमय श्रीमद्भागवत ज्ञान गंगा यज्ञ के पंचम दिवस पर कथा स्थल भक्ति, भाव और श्रद्धा से ओतप्रोत रहा। कथा वाचन उज्जैन के पूज्य कथावाचक पंडित देवकरण पंड्या जी के मुखारविंद से हो रहा है।
पंचम दिवस की कथा में भगवान श्रीकृष्ण की गोवर्धन लीला का मार्मिक वर्णन हुआ। जब ब्रजवासियों को इंद्र की पूजा से रोकते हुए श्रीकृष्ण ने गोवर्धन महाराज की पूजा का संदेश दिया और क्रोधित इंद्रदेव ने मूसलधार वर्षा शुरू कर दी, तब बाल रूप श्रीकृष्ण ने अपनी कनिष्ठा अंगुली पर गोवर्धन पर्वत उठाकर समस्त ब्रजवासियों को उसकी छाया में आश्रय दिलाया। इस अद्भुत लीला का भक्तों ने सजीव अनुभव किया और पूरे पंडाल में "जय श्रीकृष्ण" व "गोवर्धन महाराज की जय" के जयघोष गूंज उठे।
कथा के दौरान आचार्य पंडित श्री देवकरण पंड्या जी महाराज ने श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं को विस्तार से श्रवण कराया और कहा, सच्चा धनवान वही है जो तन, मन और धन से सेवा करता है।
कथा के प्रारंभ में आचार्य श्री देवकरण पंड्या जी के सानिध्य में मुख्य यजमानों से सभी देवताओं का वैदिक पूजन सम्पन्न कराया गया। कथा के पश्चात भगवान श्रीकृष्ण को छप्पन भोग अर्पित किए गए।
कथा स्थल पर प्रतिदिन की तरह इस दिन भी श्रद्धालु भक्ति में झूमते नजर आए। "राधे कृष्ण गोविंद गोपाल" जैसे भजनों पर भक्तजन भावविभोर हो उठे।
इस सात दिवसीय भागवत कथा का आयोजन दिवंगत श्रद्धेय श्री भास्कर राव पाटिल व श्रीमती ताराबाई पाटिल की स्मृति में किया गया है। आयोजक द आयडियल पब्लिक हायर सेकेंडरी स्कूल, तेजाजी नगर, इंदौर है। कथा प्रतिदिन दोपहर 3 बजे से शाम 6 बजे तक चल रही है। कथा आयोजक भूपेंद्र पाटिल ने सभी श्रद्धालुओं से विनम्र अनुरोध किया कि इस ज्ञान, भक्ति व आनंद की सरिता में डुबकी लगाने हेतु सपरिवार पधारें।